Diabetes Management Diet Tips: डायबिटीज एक ऐसी परेशानी है जिसे कंट्रोल करना जरूरी है। डायबिटीज दो तरह की होती है एक टाइप-1 डायबिटीज तो दूसरी टाइप-2 डायबिटीज। टाइप-1 डायबिटीज अनुवांशिक होती है जिसके लिए फैमिली हिस्ट्री जिम्मेदार है जबकि टाइप-2 डायबिटीज के लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। टाइप-1 डायबिटीज तब होती है जब शरीर ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया के कारण पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में असफल रहता है इसे कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है। टाइप-2 डायबिटीज में इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करना पड़ता है और दवाओं का सेवन करना पड़ता है।

इंसुलिन पैंक्रियाज द्वारा निर्मित एक हार्मोन है जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल में रखने के लिए आवश्यक है। हम जो भी खाते हैं हमारा शरीर उसे ग्लूकोज में बदलता है, जो रक्त प्रवाह में चला जाता है और पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करता है जिससे कोशिकाएं ऊर्जा के लिए इस ग्लूकोज को अवशोषित कर पाती हैं। जिन लोगों की ब्लड शुगर हाई रहती है उनकी बॉडी में पैंक्रियाज इंसुलिन का पर्याप्त निर्माण नहीं कर पाता है और ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है, जिसे हाइपरग्लेसेमिया भी कहा जाता है।

डायबिटीज मरीजों की ब्लड शुगर का स्तर रात के खाने के बाद अक्सर हाई होने लगता है। रात के खाने में कार्ब्स का ज्यादा सेवन और फाइबर का कम सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है। रात के खाने के बाद बॉडी एक्टिविटी में कमी होने से भी ब्लड में शुगर का स्तर हाई रहता है।  डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉक्टर निखिल प्रभु ने बताया खाने के बाद की ब्लड शुगर हार्ट से रिलेटेड है इसलिए इसे कंट्रोल करना जरूरी है। अगर इस शुगर को कंट्रोल नहीं किया जाए तो ऑर्गन डैमेज होने का खतरा ज्यादा रहता है। अगर आप भी डिनर के बाद ब्लड शुगर के बढ़ते स्तर से परेशान हैं तो कुछ खास तरीके को अपनाएं। कुछ तरीके अपनाकर आप पोस्ट मील शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।

खाने को कंट्रोल करें

अगर आपका ब्लड शुगर हाई रहता है तो आप पोर्शन साइज को कंट्रोल करें। खाने को एक साथ नहीं खाएं बल्कि थोड़ा थोड़ा दो बार खाएं तो खाने के बाद शुगर तेजी से नहीं बढ़ेगी। खाना बांटने से पोस्ट मील शुगर कंट्रोल रहती है। आप रात का खाना 7 बजे खाएं और उसके बाद गेप में आप लौ फैट दूध पी सकते हैं आपका ब्लड शुगर नॉर्मल रहेगा।

कार्ब्स का सेवन कंट्रोल करें

अगर रात के खाने में आप सिर्फ रोटी और चावल का सेवन ज्यादा करेंगे तो ब्लड शुगर का स्तर हाई रहेगा। कार्ब्स का सेवन करने से शुगर हाई रहता है। सब्जी के साथ दाल और चावल का सेवन किया जाए तो शुगर कम बढ़ेगी। रात के खाने में चावल और गेहूं की मात्रा का सेवन कम करें। दाल, पनीर या ग्रील्ड चिकन जैसी प्रोटीन डाइट का सेवन करें।

रात के खाने के बाद वॉक करें

ब्लड शुगर को नॉर्मल रखना है तो आप खाने के बाद वॉक जरूर करें। वॉक करके ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। रात के खाने के बाद अक्सर लोग बिस्तर पर चले जाते हैं और टीवी देखते हैं ये आदत ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाती है। बॉडी को एक्टिव रखने से पाचन ठीक रहता है, वजन कम रहता है और डायबिटीज कंट्रोल रहती है। खाने के बाद 10-15 मिनट की हल्की सैर ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने में मदद करेगी।

दवाओं का सही इस्तेमाल करें

अगर आप डायबिटीज कंट्रोल करने की दवा का सेवन करते हैं तो डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा का सही समय पर सेवन करें। अगर इंसुलिन लेते हैं तो उसकी खुराक और समय का पालन करें।

डायबिटीज का पता लगाने के लिए फास्टिंग शुगर नहीं बल्कि HbA1c टेस्ट है सबसे ज्यादा जरूरी। इसी टेस्ट से होगी Diabetes कंफर्म। इस टेस्ट से जुड़ी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।