क्या आप भी हर सुबह अपना पेट फूला हुआ महसूस करते हैं, भले ही गुजरी रात आपने खाना नहीं खाया हो। ये बड़ा हुआ पेट और फूली हुई बॉडी कुछ और नहीं बल्कि बॉडी में पानी जमा होने के कारण होने वाली सूजन है। ये पानी शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ को जमा करके रखता है, जिससे आप सुस्त महसूस करते हैं और आपका वजन बढ़ता है। पानी का वजन, जिसे वाटर रिटेंशन के रूप में भी जाना जाता है। वाटर रिटेंशन तब होता है जब शरीर के ऊतकों में अतिरिक्त पानी जमा हो जाता है। यह पानी सूजन और वजन में अस्थायी वृद्धि का कारण बन सकता है। वाटर रिटेंशन जिसे एडिमा के नाम से भी जाना जाता है। इससे आपके पैरों,आंखों, टखनों, हाथों और पैरों में सूजन हो सकती है।
हेल्थलाइन के मुताबिक एडिमा के कई कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल परिवर्तन, प्रेग्नेंसी, शारीरिक गतिविधि की कमी, क्रोनिक किडनी डिजीज, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, केशिका रिसाव सिंड्रोम, लिम्फैटिक डिसफंक्शन, मोटापा, कुपोषण, संक्रमण जो सूजन को ट्रिगर कर सकता हैं, एलर्जी, कुछ दवाएं, गर्भनिरोधक गोलिया, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स और कुछ डायबिटीज की दवाओं का सेवन करने से बॉडी में सूजन दिखने लगती है और आपका मोटापा ज्यादा दिखता है।
अगर आपकी बॉडी में दिखने वाली सूजन हल्की है और आपको कोई अंतर्निहित हेल्थ प्रॉब्लम नहीं है तो आप मॉर्निंग में इन 5 तरीकों को अपनाकर वाटर रिटेंशन की परेशानी को कम कर सकते हैं। बॉडी में पानी का वजन कम करने में ये 5 प्रभावी तरीके बेहद असरदार साबित होते हैं।
गर्म पानी में नींबू मिलाकर पिएं
अगर आप भी वाटर रिटेंशन से बचाव करना चाहते हैं तो अपने दिन की शुरुआत एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू मिक्स करके करें। सुबह इस पानी का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और बॉडी नेचुरल तरीके से डिटॉक्स होती है। नींबू पानी एक हल्का मूत्रवर्धक है,जो किडनी को अतिरिक्त सोडियम और पानी को बाहर निकालने के लिए प्रोत्साहित करता है। ये पानी मूत्र उत्पादन को बढ़ावा देकर सूजन को कम करता है। इसमें मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी को मजबूत करता है और स्किन को हेल्दी रखता है।
जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री एंड न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च में पाया गया कि नींबू पानी पीने से हाइड्रोजन और मेटाबॉलिक फ़ंक्शन को बढ़ाया जा सकता है, जिससे वाटर रिटेंशन की परेशानी का इलाज करने में मदद मिलती है।
नाश्ते में नमक का सेवन कंट्रोल करें
नमक सोडियम और क्लोराइड से बना होता है। सोडियम शरीर में पानी से जुड़ता है और आपकी कोशिकाओं के अंदर और बाहर तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। अगर आप अक्सर नाश्ते में नमक वाले फूड्स खाते हैं जैसे कि कई पैकेज्ड खाद्य पदार्थ तो आपके शरीर में पानी जमा हो सकता है। वाटर रिटेंशन को कंट्रोल करने के लिए आप सोडियम के सेवन पर कंट्रोल करें।
डाइट में विटामिन बी 6 का करें सेवन
2012 के एक अध्ययन में बताया गया है कि विटामिन बी6 PMS से पीड़ित महिलाओं में सूजन और तरल पदार्थ के जमाव को कम कर सकता है। कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ विटामिन बी 6 का सेवन और भी अधिक प्रभावी हो सकता है। अगर आप अपनी बॉडी में विटामिन बी6 का सेवन बढ़ाना चाहते हैं, तो आप नाश्ते में केले,आलू, चना, अखरोट और टूना का सेवन करें।
हर्बल टी पिएं
कुछ हर्बल टी में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो पेशाब को प्रोत्साहित करके पानी के वजन को कम करने में मदद करते हैं। डंडेलियन चाय, ग्रीन टी और अदरक की चाय खासतौर पर वाटर रिटेंशन को कम करने में प्रभावी हैं। ग्रीन टी बॉडी से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में मदद करने के लिए एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करती है। ये चाय पाचन में मदद करती है और सूनज को कंट्रोल करती है। जर्नल ऑफ़ अल्टरनेटिव एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च में पाया गया कि डंडेलियन चाय पीने के पांच घंटे के भीतर मूत्र उत्पादन में वृद्धि हुई, जिससे वाटर रिटेंशन को कम करने में मदद मिली।
ये होम रेमेडीज भी हैं जरूरी
कुछ होम रेमेडीज मूत्र उत्पादन को बढ़ाकर और सूजन को कम करके वाटर रिटेंशन को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। हॉर्सटेल,अजमोद, हिबिस्कस, सौंफ़,मकई का सेवन करें।
दिन में भिगो दें चिया सीड्स और सोने से पहले पी लें उसका पानी, सुबह उठते ही पेट हो जाएगा साफ, वजन रहेगा कंट्रोल। इन सीड्स का सेवन सेहत पर कैसा करता है असर पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।