Diabetes Diet: अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह महासंघ की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 42 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज से ग्रस्त हैं। वहीं, भारत को मधुमेह की राजधानी भी कहा जाता है। आम बन चुकी ये लाइलाज बीमारी बेहद खतरनाक साबित हो सकती है क्योंकि शरीर पर धावा बोलने के बाद ही डायबिटीज के लक्षण दिखते हैं। ये रोग मरीज के शरीर को अंदर से खोखला बना देता है। ऐसे में इस पर नियंत्रण लगाना बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि रोगियों को समय से दवाई खाने के साथ ही भोजन का समय भी निर्धारित कर देना चाहिए।
फिट और बीमारियों से दूर रहने के लिए अक्सर हेल्थ एक्सपर्ट्स जल्दी भोजन करने की सलाह देते हैं। हाल में हुई एक रिसर्च से पता चलता है कि सुबह जल्दी नाश्ता करने से डायबिटीज टाइप 2 का खतरा कम होता है। दी एंडोक्राइन सोसायटी द्वारा किये गए इस रिसर्च के मुताबिक जो लोग सुबह का नाश्ता साढ़े 8 बजे से पहले कर लेते हैं उनमें ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है और इंसुलिन प्रतिरोध की दिक्कत भी नहीं होती है। इससे डायबिटीज टाइप 2 का खतरा कम होता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि एक बार जरूरत से ज्यादा खा लेने से बेहतर होगा कि मरीज हर कुछ देर के अंतराल पर कुछ-कुछ खाते रहें। स्वस्थ खानपान से मरीज ब्लड शुगर के स्तर पर नियंत्रण कर अपनी सेहत को बेहतर कर सकते हैं। ब्रेकफास्ट के बाद दोपहर 1 बजे तक लंच कर लें। इसके बाद 3 से 4 बजे स्नैक्स लें।
साथ ही, रात को 8 बजे तक भोजन कर लें ताकि सोने तक आपका खाना पच जाए। साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि रात को हल्का भोजन करना ही उचित होगा। माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति के लिए बिस्तर पर जाने से कम से कम दो-ढ़ाई घंटे पहले डिनर कर लेना चाहिए।
लौकी, बीन्स, भिंडी, पत्ता गोभी जैसी हरी सब्जियों को डाइट में शामिल करें। साथ ही, फिश और अंडा खाना भी लाभकारी होगा। हालांकि, रेड मीट और चिकेन की कलेजी और गुर्दा खाने से बचना चाहिए। सीमित मात्रा में मूंगफली, काजू और अखरोट का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है। करी पत्ता, मेथी और तुलसी से बने काढ़े को पीने से भी लाभ होगा।