डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके स्तर में पूरे दिन में कई बार उतार-चढ़ाव आता है। फॉस्टिंग शुगर से लेकर खाने के बाद की शुगर में कई बार बदलाव आते हैं। ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा में दिन और रात के दौरान उतार-चढ़ाव होता है। हमारी बॉडी पूरे दिन ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करती हैं। एक हेल्दी इंसान का ब्लड शुगर लेवल 90 से 100 mg/dL के बीच होता है। लेकिन कभी-कभी कुछ कारणों की वजह से इसके स्तर में उतार-चढ़ाव आता है।

सामान्य दिशानिर्देशों के अनुसार एक हेल्दी इंसान की फॉस्टिंग ब्लड शुगर 70-99 mg/dl से कम होती है। जबकि एक डायबिटीज के मरीज की सामान्य ब्लड शुगर 80-130 mg/dl तक हो सकती है। एक स्वस्थ व्यक्ति में खाने के 2 घंटे बाद सामान्य शुगर लेवल 140 mg/dL से कम होता है और डायबिटिक व्यक्ति का सामान्य शुगर लेवल 180 mg/dl से कम हो सकता है।

healthifyme के मुताबिक क्योंकि ब्लड शुगर का स्तर पूरे दिन बदलता रहता है इसलिए इस परिवर्तन को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण कारकों को जानना जरूरी है। आइए जानते हैं कि ऐसे 6 कारण जो बॉडी में ग्लूकोज की रीडिंग को बढ़ाते हैं। जानिए इनके लक्षणों की पहचान कैसे करें।

1.हम जो भोजन करते हैं वह हमारे ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए अगर हम डाइट में हाई कार्बोहाइड्रेट या हाई कैलोरी वाले फूड्स का सेवन करते हैं तो हमारे ब्लड में ग्लूकोज की रीडिंग बढ़ सकती है। इसलिए आप डाइट में कम कार्बोहाइड्रेट और कम कैलोरी वाले फूड्स का सेवन करें।

2.हम खाना कितनी मात्रा में खाते हैं ये भी हमारे ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करता है। आप थोड़ा-थोड़ा एक-एक घंटे के गेप पर खाते हैं तो शुगर कंट्रोल रहती है, लेकिन एक साथ बहुत सारा खाते हैं तो शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक करता है। ज्यादा खाने से शुगर लेवल बढ़ सकता है।

3.शारीरिक गतिविधियां हमारे ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए भारी और कठोर काम करने से हमारे ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। जबकि जिन लोगों की बॉडी एक्टिविटी कम होती है या ना के बराबर होती है उनके ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है।

4.कुछ दवाओं का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर बिगड़ सकता है। हाइपोग्लाइसीमिया,डायबिटीज और लीवर की बीमारी होने पर ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से हाई रहता है। एक्सपर्ट के मुताबिक कई चिकित्सीय स्थितियां हमारे सामान्य शर्करा के स्तर में परिवर्तन का कारण बन सकती हैं।

5.शराब के सेवन करने ब्लड शुगर का स्तर तेजी से कम हो सकता है। धूम्रपान से टाइप 2 मधुमेह हो सकता है। उम्र के साथ इंसुलिन सहनशीलता कम हो जाती है जिससे मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है।

6.तनाव हमारे ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड शुगर का स्तर गिर सकता है।