‘एंग्जायटी’ और ‘डिप्रेशन’ बीते कुछ सालों में ये दो शब्द बेहद आम हो गए हैं। ये दोनों स्थिति मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हुई हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर एंग्जायटी और डिप्रेशन में फर्क क्या है? अगर नहीं, तो यहां हम आपको इसी सवाल का जवाब देने वाले हैं।

दरअसल, कई बार लोग सामान्य उदासी और तनाव को भी एंग्जयटी या डिप्रेशन से जोड़कर देखने लगते हैं। जबकी ये दोनों ही बिल्कुल अलग स्थितियां हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

क्या होता है एंजाइटी डिसऑर्डर?

एंजाइटी डिसऑर्डर को चिंता, डर या आशंका से जोड़कर देखा जाता है। किसी भी छोटी बात को लेकर एकदम घबरा जाना, सामान्य सी बात पर भी बेचैन हो जाना, हर समय किसी चीज का डर बने रहना, उस काम के बारे में सोच-सोचकर तनाव महसूस करना, दिल की धड़कन का अचानक बढ़ जाना या बहुत अधिक ओवरथिंकिंग करना एंजाइटी डिसऑर्डर है।

कैसे होते हैं एंजाइटी के लक्षण?

एंजाइटी होने पर व्यक्ति को समय-समय पर बेचैनी, चिड़चिड़ापन, मांसपेशियों में तनाव और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई जैसे लक्षणों का अनुभव करना पड़ सकता है। इस दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है, अधिक पसीना आता है, साथ ही कांपना और सांस लेने में कठिनाई होना जैसे लक्षण भी नजर आने लगते हैं।

क्या होता है डिप्रेशन?

डिप्रेशन या अवसाद एक मनोदशा संबंधी विकार है, जो व्यक्ति में लगातार उदासी और अरुचि की भावना का कारण बनता है। इस तरह के डिसऑर्डर से पीड़ित शख्स लगातार उदासी में रहता है और उन चीजों में रुचि खोने लगता है, जिनका कभी वह आनंद लेता था। ये एंग्जायटी से अधिक खतरनाक है और बिना इलाज के बदतर हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गंभीर मामलों में डिप्रेशन आत्महत्या या मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

कैसे होते हैं डिप्रेशन के लक्षण?

बता दें कि डिप्रेशन या अवसाद कई प्रकार का हो सकता है। ऐसे में इसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। हालांकि, डिप्रेशन के कुछ सामान्य लक्षणों में लगातार उदासी, थकान, भूख या वजन में बदलाव, नींद में गड़बड़ी, अपराध की भावना आना, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और मृत्यु या आत्महत्या के विचार शामिल हो सकते हैं। ये लक्षण किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन में कार्य करने की क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से खराब कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपको इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसे लेकर बिना अधिक समय गवाए एक्सपर्ट्स से सलाह लें।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लंबे समय तक एंग्जायटी भी डिप्रेशन का कारण बन सकती है। वहीं, ये स्थिति टीनएज और इससे पहले लोगों में बहुत आम है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।