डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने या कम होने पर होती है। हाल ही में ICMR की एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि भारत में इस समय 10 करोड़ से अधिक लोग इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, जबकि करीब 14 करोड़ लोग प्री-डायबेटिक हैं। देश के 11.4 प्रतिशत लोग डायबेटिक हैं और 15.3 प्रतिशत प्री-डाबेटिक हैं, जाहिर है ये आंकड़े डरा देने वाले हैं। वहीं, अधिक चिंता की बात यह है कि फिलहाल किसी के पास भी इस बीमारी का सटीक इलाज नहीं है। इतना ही नहीं, कहा जाता है कि यह बीमारी यदि एक बार हो जाती है, तो आजीवन बनी रहती है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर डायबिटीज पर काफी हद तक कंट्रोल पाया जा सकता है। एक्सपर्ट्स शारीरिक गतिविधि की कमी, खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खानपान, मोटापा आदि जैसे कुछ सामान्य कारक को डायबिटीज की शुरुआत का कारण बताते हैं। ऐसे में इस आर्टिकल में हम आपको 4 ऐसे नेचुरल तरीके बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप बिना किसी दवाई के ब्लड शुगर को हमेशा कंट्रोल में रख सकते हैं।

हर रोज करें एक्सरसाइज:

हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक्सरसाइज या योगा करने से डायबिटीज की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। स्टडी के मुताबिक, अगर आप खासतौर पर दोपहर या शाम के समय एक्सरसाइज करते हैं, तो ये आपकी बॉडी के लिए और अधिक फायदेमंद साबित होगा। नियमित तौर पर की गई एक्सरसाइज इंसुलिन रेसिस्टेंस का मुकाबला करते हुए इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करती है। वहीं, मिडिल एज वाले लोगों में सुबह की अपेक्षा दोपहर या शाम के समय किया गया वर्कआउट इंसुलिन रजिस्टेंस को 25 प्रितशत तक कम करने का काम कर सकता है, इससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह स्टडी डायबिटोलॉजिया (Diabetologia) जर्नल में पब्लिश की गई है, जिसमें 45 से 65 साल के करीब 70,000 लोगों को शामिल किया गया था।

पानी पीने की आदत पर जरूर दें ध्यान:

आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके पानी पीने की आदत भी डायबिटीज पर सीधा असर डालती है। कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि पानी ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। डायबिटीज के मरीजों को अधिक तरल पदार्थ की आवश्यकता होती है, वहीं पानी अधिक ग्लूकोज को खून से बाहर निकालने में मदद करता है। ग्लोबल डायबिटीज कम्यूनिटी की वेबसाइट के मुताबिक, पानी में कार्बोहाइड्रेट या कैलोरी नहीं होती है, यही कारण है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना फायदेमंद बताया गया है।

नींद से बिल्कुल ना करें समझौता:

ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए रात में पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। नींद की कमी ब्लड शुगर पर तो असर डालती ही है, साथ ही इससे मोटापा भी बढ़ जाता है। वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए ये दोनों स्थितियां ही खराब हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रात में अगर पर्याप्त नींद नहीं ली जाए, तो तनाव बढ़ने लगता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर हाई होने लगता है। सुबह 6 बजे से 10 बजे के बीच में शुगर लेवल बढ़ने से बीमारियों का जोखिम ज्यादा रहता है। ऐसे में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए रात में 7-8 घंटे की नीद को जरूरी बताया गया है।

विटामिन डी की कमी से प्रभावित होता है ब्लड शुगर लेवल:

विटामिन डी एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर को मजबूती देने, हड्डियों के निर्माण समेत अन्य महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है। वहीं, कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि विटामिन डी ग्लूकोज टॉलरेंस में सुधार करता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस कम करने में मदद करता है। ऐसे में बढ़ते ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए शरीर में विटामिन डी का होना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए आप संतरा, फिश, मशरूम जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।