Diabetes Control Tips: व्यस्त दिनचर्या, खराब जीवनशैली, बढ़ता तनाव और व्यायाम की कमी के कारण इन दिनों कई लोगों में तरह-तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इन्हीं में से एक है मधुमेह। मधुमेह, हाई ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण होता है। ऐसे में लगातार पेशाब आना, ज्यादा भूख लगना, पसीना आना, बेचैनी जैसे कई लक्षण (diabetes symptoms) देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं, मधुमेह गंभीर हृदय रोग का कारण भी बन सकता है।

इसलिए अगर मधुमेह को शुरूआती दौर (Prediabetes) में ही रोक लिया जाए तो हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। लेकिन आपने सोचा होगा कि डायबिटीज से बचाव के लिए वास्तव में क्या किया जाए? कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन न करने से ब्लड में शुगर की मात्रा नियंत्रण में रहती है।

फैट टू स्लिम की निदेशक न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा का मानना ​​है कि मधुमेह के रोगियों को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स का स्तर (glycemic index level)कम हो। रोजाना खाई जाने वाली कुछ चीजें ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाने का काम करती हैं और आपको इनका सेवन करने से बचना चाहिए।

कॉफी | coffee and diabetes

बहुत से लोग रोज सुबह कॉफी या चाय पीने के शौकीन होते हैं। कॉफी के सेवन से मधुमेह मरीजों के ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है। हालांकि कैफीन का प्रभाव सभी लोगों पर अलग-अलग होता है लेकिन डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कैफीन का सेवन सीमित करना चाहिए। यदि संभव हो तो इसकी जगह ब्लैक टी या ग्रीन टी ले सकते हैं।

हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल | Glycemic index and diabetes

डॉक्टर शिखा के मुताबिक कुछ फल जैसे केला, अंगूर, चेरी और आम कार्बोहाइड्रेट और चीनी से भरपूर होते हैं ऐसे में इनके सेवन से ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है। इसके पीछे ही वजह इनमें पहले से मौजूद नेचुरल शुगर है। इन सभी फलों को हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ्रूट्स की कैटेगरी में रखा गया है। दरअसल हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स तेजी से ब्लड शुगर बढ़ाते हैं।

रेड मीट | Red Meat and diabetes

डॉक्टर अग्रवाल के मुताबिक कई शोध के जरिए पता चला है कि रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट मधुमेह मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। ऐसे में बेकन और हैम जैसे फूड्स में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है। जिनके सेवन से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। वहीं बहुत अधिक मात्रा में लिया गया प्रोटीन भी इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकता है।