मधुमेह यानी डायबिटीज के दो टाइप हैं। टाइप 1 जो अनुवांशिक होती है और टाइप 2 जिसके पीछे खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान जिम्मेदार होता है। इन दोनों ही स्थिति में पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम करने लगता है। बॉडी में इंसुलिन की मात्रा कम होने के चलते शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है, जिससे शुगर बल्ड में जमा होना शुरू हो जाती है, जो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। वहीं, डायबिटीज का कोई सटीक इलाज नहीं हैं, ऐसे में एक बार होने पर इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है।
हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव और खानपान में कुछ खास चीजों को शामिल कर आप टाइप 2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। इसके अलावा खाने को सही समय पर खाना भी बेहद जरूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर करने सही समय क्या है, साथ ही उन्हें कितने समय के अंतराल पर खाना है।
क्या है नाश्ता करने का सही समय?
इससे पहले बता दें कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए खाना स्किप करना भारी पड़ सकता है। खासकर ब्रेकफास्ट को स्किप करना सेहत को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाने जैसा है। कई अध्ययनों में इस बात का खुलासा हुआ है कि मधुमेह से पीड़ित खख्स अगर सही समय पर नाश्ता नहीं करते हैं, तो ये उनके ग्लूकोज के लेवल पर असर डालता है। अब, बात अगर समय की करें, तो इसके लिए सोकर उठने के एक या दो घंटे के बाद का समय सही बताया गया है।
क्या है लंच करने का सही समय?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो नाश्ते और लंच में करीब 5 घंटे का अंतर रखना जरूरी है। हालांकि, भूख लगने पर आप नाश्ते के करीब 2 घंटे बाद हल्की-फुल्की लेकिन हेल्दी चीजों का सेवन कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन और फाइबर की भरपूर और कार्बोहाइड्रेट की कम मात्रा वाली चीजों को शामिल किया जा सकता है।
क्या है डिनर करने का सही समय?
एक्सपर्ट्स मधुमेह रोगियों को सोने से करीब 3 घंटे पहले डिनर करने की सलाह देते हैं। वहीं, अगर आप देरी से सोते हैं, तो लंच के 2 घंटे बाद और डिनर से पहले हेल्दी स्नैक्स का सेवन कर सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।