डायबिटीज एक साइलेंट किलर स्थिति है, जिसकी चपेट में आने पर पीड़ित को मोटापा, थायराइड, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, अंधापन, किडनी फेलियर और पैरों के निष्क्रिय होने जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, क्योंकि फिलहाल इस बीमारी का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स मधुमेह रोगी को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। खानपान में जरा सी भी लापरवाही पीड़ित को अस्पताल का रुख करने को मजबूर कर सकती है। इतना ही नहीं, कुछ चीजों का थोड़ी मात्रा में सेवन भी उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में वे किसी भी चीज के सेवन से पहले उससे जुड़े फायदे और नुकसान को जानना सही समझते हैं। इसी कड़ी में अधिकतर मधुमेह रोगियों का सवाल होता है कि क्या डायबिटीज होने पर डार्क चॉकलेट खा सकते हैं? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस सवाल का जवाब-
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स?
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान डॉ मोहन डायबिटीज स्पेशलिटी सेंटर, चेन्नई के अध्यक्ष डॉ वी मोहन बताते हैं, ‘मधुमेह रोगियों को खासकर दूध से बनी चॉकलेट से परहेज करना चाहिए। अधिकांश चॉकलेट, विशेष रूप से दूध से बनी चॉकलेट में कोको की कड़वाहट को कम करने के लिए अधिक मात्रा में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए सीधे तौर पर नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा दूध वाली चॉकलेट वसा और कैलोरी से भरपूर भी होती हैं, ऐसे में इनके सेवन से शुगर और कैलोरी दोनों बढ़ सकती हैं, जिससे आपका वजन अधिक बढ़ने लगता है और आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी वृद्धि हो सकती है।’
अब, बात डार्क चॉकलेट की करें, तो इसे लेकर डॉ मोहन बताते हैं, ‘डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं। वहीं, कई शोध के नतीजों में साबित हुआ है कि ये एंटीऑक्सिडेंट इंसुलिन के काम को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, आपको बता दें कि डार्क चॉकलेट में भी कुछ मात्रा में शुगर मिलाई जाती है, ऐसे में इसका सेवन पूरी तरह मधुमेह रोगियों के लिए सुक्षित नहीं है। बावजूद इसके अगर आपको मीठा खाने की बहुत अधिक क्रेविंग हो रही है, तो आप सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।’
इन बातों का रखें ख्याल
- डॉ मोहन के मुताबिक, अगर आपका एचबीए1सी यानी 3 महीने तक औसत ब्लड शुगर काउंट का स्तर सामान्य या 5.7 प्रतिशत से कम है, केवल तभी आप थोड़ी मात्रा में डार्क चॉकलेट खा सकते हैं। इस स्थिति में इसके सेवन से आपके ब्लड शुगर में बढ़ोतरी नहीं होगी।
- इसके अलावा कैलोरी को ध्यान में रखना भी जरूरी है। अगर आप डार्क चॉकलेट खाना चाहते हैं, तो ध्यान रखें कि आपका दैनिक कैलोरी इंटेक अधिक न हो। इसके लिए आप अन्य कैलोरी से भरपूर चीजों को डाइट से बाहर कर सकते हैं।
- अगर आप डार्क चॉकलेट खा रहे हैं, तो उस दिन अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीजों को बढ़ा दें। इसके लिए आप साबुत अनाज, फलियों, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
- इन तमाम बातों से अलग भी एक साथ बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। इससे ब्लड शुगर के लेवल में तत्काल वृद्धि हो सकती है। आप शुगर की क्रेविंग को कम करने के लिए डार्क चॉकलेट का केवल एक छोटा टुकड़ा खा सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।