डायबिटीज बीते कुछ सालों में एक गंभीर बीमारी बनकर उभरी है, ऐसी बीमारी जिसका कोई इलाज भी अभी तक नहीं मिल पाया है। खासकर भारत में आए दिन मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। दरअसल, हम जो भोजन करते हैं, उसे हमारा शरीर कार्बोहाइड्रेट तोड़कर ग्लूकोज में बदलता है। इसके बाद हमारे पैंक्रियाज से इंसुलिन हार्मोन निकलता है, जिसकी मदद से बॉडी की सेल्स शुगर को सोखकर एनर्जी बनाती हैं, लेकिन जब शरीर में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या वह ठीक से काम नहीं करता है, तो सेल्स खून में मौजूद शुगर की मात्रा को सोखने में असमर्थ हो जाती हैं। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहा जाता है और यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को शुगर का सेवन करने से पूरी तरह मनाही होती है।
हालांकि, भारत में अधिकतर लोग मीठा खाने के शौकिन होते हैं, यही वजह है कि भारतीय मधुमेह रोगियों के लिए मीठे पर कंट्रोल करना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कई बार वे छिपकर मिठाई आदि का सेवन कर लेते हैं, जिससे उनकी तबीयत और अधिक बिगड़ जाती है। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है।
यहां हम मधुमेह रोगियों के लिए 5 ऐसे ऑप्शन्स लेकर आए हैं, जिनके सेवन से उनके शुगर की क्रेविंग भी कम हो सकेगी, साथ ही सेहत पर भी खराब असर नहीं पड़ेगा। आइए जानते हैं इनके बारे में-
स्टीविया
लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है स्टीविया का। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि स्टीविया चीनी की तुलना में 300 गुना ज्यादा मीठा होता है। वहीं, कमाल की बात यह है कि इसमें कैलोरीज की मात्रा शून्य होती है, जो इसे शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद बना देती है। यही वजह है कि स्टीविया के पौधे से कई शुगरफ्री चीजें बनाई जाती हैं। साथ ही इसे मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होने पर स्टेविया के साथ बने केक, कुकीज़, मिठाई या अन्य खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। इससे आपका शुगर लेवल भी नहीं बढ़ेगा साथ ही आपकी मीठा खाने की लालसा भी कम हो जाएगी।
कोकोनट शुगर
कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि मधुमेह रोगियों के लिए कोकोनट शुगर का सेवन सुरक्षित हो सकता है। दरअसल, इसमें सॉल्युबल फाइबर पाया जाता है, जो इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना को कम करने में मदद करता है। ऐसे में इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता नहीं है। यानी अगर आप डायबिटीज से ग्रस्त हैं, तो सफेद चीनी की जगह कोकोनट शुगर को डाइट में शामिल कर सकते हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में इसके सेवन से बचें।
चुकंदर
चुकंदर अपने बढ़िया रंग और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है साथ ही इसमें भी सॉल्युबल फाइबर पाया जाता है, जो डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। चुकंदर में मैंगनीज की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है, जिससे पेशेंट का ब्लड शुगर लेवल मैनेज रहता है। इस तरह चुकंदर का सेवन शुगर की क्रेविंग को कम कर कई तरह से डायबिटीज से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचा सकता है।
खजूर
मीठा खाने का मन होने पर आप खजूर खा सकते हैं। इससे ना केवल आपकी शुगर की लालसा कम होगी, बल्कि ये खून में ग्लूकोज की अधिक मात्रा को घुलने नही देता है। दरअसल, खजूर में हाई फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट्स जैसे गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भी कम होता है इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे मधुमेह रोगियों के लिए सुरक्षित बताते हैं, लेकिन खजूर का सेवन भी एक सीमित मात्रा में ही करें। आप दिन में 2 से 3 खजूर खा सकते हैं।
मेपल सिरप
इन सब के अलावा आप मेपल सिरप का सेवन कर सकते हैं। ये एक नेचुरल स्वीटनर है, जिसमें भी मैंगनीज की अच्छी मात्रा पाई जाती है। वहीं, जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, मैंगनीज इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है। इसके साथ ही मेपल सिरप का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 54 है। 55 से कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे खून में शुगर की मात्रा एकदम से नहीं बढ़ती है। इन सब के अलावा मेपल सिरप में पॉलीफेनोल्स एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो भी मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद हैं। ऐसे में आप सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।