Diabetes Reversal Tips: डायबिटीज के मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मधुमेह से संबंधित कई सारे शोध हो चुके हैं। एक शोध के मुताबिक आम इंसान के मुकाबले डायबिटीज के मरीजों का दिमाग 26 प्रतिशत तेजी के साथ बूढ़ा होता है। जब तक व्यक्ति को डायबिटीज का पता चलता है तब तक ब्रेन को काफी हद तक नुकसान पहुंच चुका होता है।

भारत देश में 7.50 करोड़ से ज्यादा डायबिटीज के मरीज हैं। यह आंकड़ा पिछले 30 सालों में 150 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। देश में लगभग 8 करोड़ लोग डायबिटीज के बॉर्डर लाइन पर खड़े हैं। यानि एक छोटी से चूक आपको मधुमेह का मरीज बना सकती है। आइए बाबा रामदेव से जानते हैं कि कैसे मधुमेह से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है-

योग गुरु स्वामी रामदेव के मुताबिक कुछ ऐसे योग और प्राणायाम हैं जिनके मदद से हम डायबिटीज से छुटकारा पा सकते हैं। यदि नियमित रूप से ये आसान और प्राणायाम करें तो मधुमेह और उससे होने वाली परेशानियों से हम मुक्त हो सकते हैं।

सर्वांगासन (Sarvangasana): बाबा रामदेव के अनुसार सर्वांगासन करने से आयु में वृद्धि के साथ आंखों की रोशनी ठीक रहती है। इसके अलावा इस आसन के करने से मधुमेह रोगियों में ब्लैक फंगस जैसी खतरनाक बीमारी होने की भी संभवना न के बराबर हो जाती है। इसके साथ ही थायराइड ग्रंथि सुचारू रूप से काम करती है। यह ग्रंथि पाचन, तंत्रिका प्रजनन प्रणाली, मेटाबॉलिज्म और श्वसन प्रणाली के समुचित कार्य के लिए जिम्मेदार होती है। बाबा राम देव के अनुसार इस आसन को करने से डायबिटीज रिवर्स हो सकता है।

शशकासन (Shashkasan) : बाबा रामदेव के अनुसार यह आसन कब्ज, गैस, भूख न लगना, अपच, मधुमेह जैसे विकारों में लाभकारी है। यह आसन हृदय, फेफड़े, आंखें और मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है। यह मस्तिष्क में खून की आपूर्ति को बढ़ाकर याददाश्त में सुधार करने में मदद करता है। हालांकि कमर और गर्दन में दर्द हो तो यह आसन न करें।

मंडूकासन (Mandukasan) : बाबा रामदेव के मुताबिक मांडूक एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ मेंढक होता है। इस आसन को ‘ मंडूकासन’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस आसन को करते समय हमारे शरीर की आकृति मेंढक जैसी दिखाई देती है। पेट कम करने के लिए यह आसन बहुत उपयोगी है। इस आसन के अभ्यास से पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इस आसन के अभ्यास से हृदय की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है. इस आसन के अभ्यास से पेट के सभी अंगों का काफी व्यायाम हो जाता है। पाचन में सुधार के लिए यह आसन बहुत उपयोगी है। इस आसन के अभ्यास से गैस, अपच, कब्ज, भूख न लगना जैसे कई विकार दूर होते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए यह आसन बहुत उपयोगी है।