प्रोटीन हमारी बॉडी के लिए सबसे जरूरी न्यूट्रिशन में से एक है, जिसे हमेशा डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। ये मांसपेशियों की ग्रोथ से लेकर वेट लॉस और हार्मोन रेगुलेट को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है, हमारी त्वचा से लेकर बाल और हड्डी सभी के बनने में भी प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इन सब के अलावा ये एंटीबॉडी बनाने में भी मदद करता है, जो संक्रमण और कई तरह की बीमारियों से लड़कर आपको स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। ऐसे में इसे डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी हो जाता है।
वहीं, दाल को प्रोटीन का सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है। अधिकतर शाकाहारी लोग दाल से ही अपने दैनिक प्रोटीन सेवन की पुर्ति करते हैं। हालांकि, इनमें से कई लोगों कि शिकायत रहती है कि दाल खाने पर अक्सर उन्हें एसिडिटी का सामना करना पड़ता है, जिससे उन्हें पेट में तेज दर्द, ऐंठन, खट्टी डकारें आना, जी मचलना, सीने में जलन जैसी परेशानियों से जूझना पड़ता है। ऐसे में कई लोग पाचन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दाल से दूरी बनाना शुरू कर देते हैं। वहीं, अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं और दाल खाने पर आपको भी इन तमाम दिक्कतों से दो-चार होना पड़ता है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे आसान तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप दाल खाने के बाद ना केवल एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे, बल्कि ये और बेहतर ढंग से आपकी बॉडी तक प्रोटीन को पहुंचाने में मदद करेंगे। इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर दाल खाने पर गैस क्यों बनने लगती है-
दाल खाने पर क्यों हो जाती है एसिडिटी?
मामले को लेकर पोषण विशेषज्ञ राशि चौधरी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो को कैप्शन देते हुए उन्होंने बताया, दाल में मौजूद लेक्टिन गैस बनाने का कारण बनते हैं। हालांकि, आप कुछ आसान तरीकों को अपनाकर लेक्टिन की मात्रा को कम सकते हैं और इस तरह आप दाल खाने पर एसिडिटी होने की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।
इससे अलग हेल्थ ऐप ‘vHealth by Aetna’ की वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ डॉ. विधि ढींगरा बताती हैं कि दाल में बड़ी मात्रा में अपाच्य कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो पेट में जाकर एसिडिटा का कारण बनते हैं।
इन तरीकों से मिलेगी राहत
- राशि चौधरी के मुताबिक, दाल बनाने से पहले इसमें एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर यानी सेब का सिरका मिला लें। इसके बाद इसे रात भर पानी में भिगोकर रखें और सुबह इन पानी को अलग छान लें। इस तरह दाल बनाने से एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- लेक्टिन को कम करने के लिए दाल को, खासकर उड़द और चना दाल जैसी बड़ी दालों को कुछ देर अधिक पकाएं।
- इन सब के अलावा दाल बनाते समय इसमें अदरक और हिंग मिलाने से भी गैस की परेशानी को दूर किया जा सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।