बदलते मौसम में मौसमी बीमारियां सबसे ज्यादा परेशान करती हैं। इस मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है और कई तरह की बीमारियां जोर पकड़ने लगती है। इन मौसमी बीमारियों के कई कारण हो सकते हैं जैसे तापमान में अचानक बदलाव, वायरल संक्रमण, नमी और शुष्कता, डिहाइड्रेशन, नींद की कमी और थकान, एलर्जी, वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से भी सर्दी जुकाम की परेशानी बढ़ने लगती है। इस मौसम में सर्दी जुकाम को दूर करने के लिए, इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए और मौसमी बीमारियों से बचाव करने के लिए करी पत्ता का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।
करी पत्ता, भारतीय घरों में पाया जाने वाला सुगंधित पौधा है जिससे सेहत को बेहद फायदे हैं। इस पेड़ को अलग-अलग जगहों पर कई नामों से पुकारा जाता है। कहीं इसे कड़ी पत्ता या मीठा नीम कहा जाता है तो कहीं इसे करिवेपिलाई, करिवेपकू और करिवेम्पु के नाम से जाना जाता है। करी पत्ते का स्वाद कड़वा और तीखा होता है। इन पत्तियों का सेवन खाने में किया जाए तो खाने की सुगंध और स्वाद दोनों में इजाफा होता है। भारत में करी पत्ते का सेवन खाने में तड़के के रूप में , सूप और करी में और पाउडर बनाकर उसका सेवन किया जाता है। इन पत्तियों में औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी को स्ट्रांग करते हैं और बॉडी का बीमारियों से बचाव करते हैं।
आयुर्वेद में करी पत्ता का बहुत ज्यादा महत्व है। इन पत्तों का इस्तेमाल ओरल हेल्थ को दुरुस्त करने में और हानिकारक बैक्टीरिया से बचाव करने में किया जाता रहा है। इन पत्तियों का सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है और कई क्रोनिक बीमारियों से भी बचाव होता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में और दिल की सेहत को दुरुस्त करने में करी पत्ता का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।

अगर करी पत्ता का सेवन रोजाना उसकी चाय बनाकर किया जाए तो मौसमी बीमारियों से बचाव होता है और सेहत को कई तरह से फायदा भी होता है। 30-40 ताजा करी पत्ते तोड़ें और इसका मैजिकल ड्रिंक बनाएं और रोजाना उसका सेवन करें तो आपको फायदा होगा। आइए जानते हैं कि करी पत्ता की चाय कैसे बनाएं और ये सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है।
सामग्री
- 30-40 ताजी तोड़ी हुई करी पत्तियां
- 10-15 सूखे पुदीने की पत्तियां
- 3 कप पानी
- 3 बड़े चम्मच नींबू का रस
- 2 बड़े चम्मच दालचीनी पाउडर
- 2 बड़े चम्मच शहद
तरीका
एक पेन में पानी उबालें और उसे गैस पर आंच जलाकर रख दें। अब इसमें करी पत्ता, पुदीना पत्ता और दालचीनी पाउडर मिलाएं और कुछ मिनट तक उबालें। कुछ देर बाद आंच को बंद कर दें और इस पूरे मिश्रण को छान लें। इसे छानने के बाद इसमें थोड़ा सा नींबू का रस और शहद मिलाएं और गर्म-गर्म इस ड्रिंक का सेवन करें।
करी पत्ते के जूस के फायदे
करी पत्ता के फायदे
हेल्थलाइन के मुताबिक करी पत्ता में आवश्यक विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर मौजूद होता है जो डायबिटीज और दिल के रोगों से बचाव करता है। संक्रमण से लड़ने में ये पत्ता जादुई असर करता है। स्किन और बालों को हेल्दी रखने में ये पत्ता बेहद असरदार साबित होता है।
पुदीने के पत्ते के गुण
पुदीने की पत्तियों में मेन्थॉल मौजूद होता है जो स्किन को आराम देता है। ये नेचुरल कूलेंट की तरह काम करता है। इसका सेवन करने से पाचन ठीक रहता है। यह खांसी और सर्दी जैसे संक्रमणों के खिलाफ प्रभावी है। ये तनाव कम करता है, मतली को रोकता है। स्किन और बालों के लिए ये पत्ते फायदेमंद हैं।
नींबू का करें सेवन
विटामिन सी से भरपूर नींबू का सेवन वजन को घटाने में बेहद असरदार साबित होता है। यह पाचन में सहायता करता है, सांसों की दुर्गंध को रोकता है, बॉडी को हाइड्रेट करता है, किडनी की पथरी से राहत देता है। स्किन के दाग-धब्बों को दूर करने में ये बेहद असरदार साबित होता है।
दालचीनी
करी पत्ते के जूस में दालचीनी मिलाने से शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। यह शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। पाचन और अन्य पाचन समस्याओं में सुधार करने में ये असरदार है। ब्रोन्कियल समस्याओं के इलाज में भी इसका महत्व बढ़ गया है।
शहद
शहद अपने एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें औषधीय गुण मौजूद हैं जो कई बीमारियों का उपचार करते हैं। दर्द से राहत देने में और संक्रमण से बचाव करने में शहद बेहद असरदार साबित होता है। ये दस्त को कम करता है और खांसी और सर्दी से भी राहत देता है। यह मोटापा कम करने में कारगर साबित होता है।
एक महीने तक अगर करी पत्ता का सेवन खाली पेट किया जाए तो सेहत पर कैसा होगा असर, पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।