भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में बहुत तेजी से इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,82,143 हो गए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,164 हो गई है। ऐसे में डॉक्टर्स और विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अलग-अलग सुझाव दे रहे हैं। एक स्टडी के अनुसार, कोरोना के मरीज के कमरे और भीड़-भाड़ वाली जगहों से भी खतरनाक है बिना वेंटिलेशन वाला बाथरुम। आइये जानते हैं इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें-

वुहान यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की लेटेस्ट स्टडी से पता चला है कि अगर कमरे में कोई खिड़की नहीं है तो इस वायरस से संक्रमित होने की संभावना अधिक है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसी जगहें जहां कोरोना संक्रमित मरीज हों, वहां वेंटिलेशन और सैनेटाइजेशन का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं इस स्टडी में यह भी कहा गया है कि जिस बाथरुम में प्रॉपर वेंटिलेशन न हो वह सुरक्षित नहीं है। संक्रमण होने का खतरा ऐसे बाथरूम में अधिक होता है।

हाल ही में डच रिसर्चर्स ने स्प्रे नोजल की मदद से लार की बूंदों की एक खास स्टडी की। इस स्टडी में उन्होंने पाया कि अगर दरवाजा या खिड़की खुली हो तो एयरोसेल्स दूर हो जाते हैं। लेकिन अगर वेंटिलेशन ना हो तो एयरोसेल्स के कण वहीं रह जाते हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

बचाव के लिए क्या करें: एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसी जगहों पर जाने से पहले मास्क जरूर पहन लें। यह वायरस को पूरी तरह खत्म तो नहीं करेगा, लेकिन उनके कारण होने वाले खतरे को कम कर सकता है। इसके अलावा यह भी सुझाव दिया जा रहा है कि हाथ धोना भी काफी होगा, साथ ही भीड़-भाड़ वाले जगह पर जाना कम करना होगा और मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

कोरोना वायरस से बचाव के अन्य उपाय:
– बार-बार अपने हाथ साबुन, पानी या सैनिटाइजर से धोते रहें।
– खांसते या छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें और फिर उसे डिस्पोज कर दें।
– अगर खांसते या छींकते वक्त टिशू न हो तो कोहनी का इस्तेमाल करें।
– संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से बचें।
– चेहरा, नाक या फिर आंखों को बार-बार हाथ से न छुएं।