Coronavirus COVID-19: दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनिया भर में 2.6 मिलियन से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि इस वायरस की चपेट में आकर अब तक 1,80,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक 8,50,000 से अधिक पॉजिटिव केसेज सामने आ चुके हैं। जॉन हॉपकिंस के डाटा के मुताबिक अमेरिका में बुधवार को कोरोना वायरस से 1,738 लोगों की मौत दर्ज की गई, जो एक दिन पहले की तुलना में कम है।
इसके साथ ही अब अमेरिका में कुल मौतों की संख्या बढ़कर 46,583 हो गई है। भारत की बात करें तो यहां भी कोरोना वायरस बहुत तेजी से पैर पसारता दिख रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 21 हजार पार कर गया है। इनमें से 681 लोगों की मौत भी हो चुकी है। यहां केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए भरसक प्रयास में जुटी हैं। इस बीच भारत पड़ोसी देशों की मदद करने से भी पीछे नहीं हट रहा है। हाल ही में भारत ने नेपाल को लगभग 23 टन जरूरी दवाएं भेजी हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करते हुए एक भी ट्वीट किया है।
अमेरिका पर हमला हुआ था: ट्रंप कोरोना वायरस से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि, ‘यह कोई फ्लू नहीं था। देश पर हमला किया गया’।
विश्व प्रसिद्ध वैक्ससीनोलॉजिस्ट और जेनर इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर एड्रियन हिल का दावा है कि अगले 5 महीने में वैक्सीन तैयार हो जाएगी।इंडिया टुडे के मुताबिक, प्रोफसर एड्रियन हिल का कहना है कि इस समय दुनियाभर में कई जगहों पर वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में गुरुवार से ट्रायल शुरू होगा।
ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए नेपाल को 23 टन जरूरी दवाएं दी हैं। आज भारतीय राजदूत द्वारा हमारे स्वास्थ्य मंत्री को दवाइयां सौंपी गईं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘भारत और नेपाल के बीच का संबंध बेहद खास है। यह संबंध ना केवल मजबूत है बल्कि इसकी जड़ें काफी गहरी हैं। भारत इस आपदा की घड़ी में नेपाल के साथ खड़ा है।’
कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल पर्यटन राजस्व, प्रेषण राजस्व, यात्रा और अन्य प्रतिबंधों से हुए नुकसान के प्रभाव से लगभग 1.3 करोड़ से अधिक लोगों के भूख से पीड़ित होने की आशंका है।
हमारी अग्रिम पंक्ति नामक इस परियोजना के तहत एनएचएस र्किमयों, आपात सेवा के कर्मियों और अन्य कर्मचारियों को सीधे व आनलाइन सहायता मुहैया करायी जाएगी। प्रिंस विलियम ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस महामारी से मुकाबले के लिए देशभर में अग्रिम पंक्ति पर तैनात लाखों कर्मचारियों ने हमारी रक्षा के लिए अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की भी परवाह नहीं की है।
इस साल में दुनिया में गरीबी की वजह से खाद्य असुरक्षा की बड़ी समस्या का सामना करने वाले लोगों की संख्या लगभग दोगुनी हो सकती है. संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम ने अपनी एक नई रिपोर्ट में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल पर्यटन राजस्व, प्रेषण राजस्व, यात्रा और अन्य प्रतिबंधों से हुए नुकसान के प्रभाव से लगभग 1.3 करोड़ से अधिक लोगों के भूख से पीड़ित होने की आशंका है।
जेनेवा में डब्ल्यूएफपी के मुख्य अर्थशास्त्री और रिसर्च, मूल्यांकन और निगरानी के प्रमुख आरिफ हुसैन ने कहा कि कोविड19 उन लाखों लोगों के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है, जो पहले से ही रोजी-रोटी और सर्वाइवल जैसी समस्याओं से घिरे हुए हैं।
जेनेवा में डब्ल्यूएफपी के मुख्य अर्थशास्त्री और रिसर्च, मूल्यांकन और निगरानी के प्रमुख आरिफ हुसैन ने कहा, "हम सभी को भुखमरी से निबटने के लिए एक साथ आने की जरूरत है, क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है तो हमें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. कोरोना के बाद की दुनिया में वैश्विक लागत बहुत अधिक होगी, कई लोग अपना जीवन खो देंगे तो अधिकतर लोग अपनी आजीविका गंवा देंगे."
संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम ने अपनी एक नई रिपोर्ट में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल पर्यटन राजस्व, प्रेषण राजस्व, यात्रा और अन्य प्रतिबंधों से हुए नुकसान के प्रभाव से लगभग 1.3 करोड़ से अधिक लोगों के भूख से पीड़ित होने की आशंका है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हुए लॉक डाउन का असर श्मशान घाट पर दाह संस्कार का सामान बेचने वालों पर भी पड़ा है। बांसघाट स्थित श्मसानघाट पर शवों का दाह संस्कार कराने वाले डोम राजा सुनील राम ने बताया कि बांसघाट स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाए जाने वाले शवों की संख्या में 80 फीसदी तक की कमी आई है।
एएफपी के अनुसार इटली में इस रोग से मरने वालों की संख्या 25 हजार के पार पहुंच गयी है। वहीं दुनिया भर में 1 लाख 80 हजार से अधिक लोगों की मौत दुनिया भर में इस वायरस से हो चुकी है।
अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इस बीच अमेरिकी राज्य मिसूरी ने चीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिसूरी ने आरोप लगाया है कि चीन ने कोरोना वायरस को लेकर सूचनाएं दबाईं, जिससे दुनिया भर को नुकसान हुआ है।
ट्रंप व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, 'हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। मुझे हमेशा हर चीज की चिंता रहती है। हमें इस समस्या से पार पाना ही होगा'। उन्होंने कहा कि हमारा प्रशासन प्रभावित लोगों और उद्योगों की मदद कर रहा है।
कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहे अमेरिका में मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जा रही हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा का कोई खास लाभ नहीं मिल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है।
अमेरिका पर हमला हुआ था: ट्रंप कोरोना वायरस से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि, 'यह कोई फ्लू नहीं था। देश पर हमला किया गया'।
कुछ दिनों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने ईरानी जहाज को उड़ाने की दी थी धमकी। ट्रंप के धमकी के जवाब में ईरान ने कहा है कि पूरी दुनिया आज कोरोना वायरस से जूझ रहा है। इस महामारी की वजह से हमारा देश मुश्किल हालात में है, ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति को हमें धमकाने के बजाए हमें इस वायरस से बचाने में मदद करनी चाहिए।
एनडीटीवी के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की प्रवक्ता मोनिका गेहनेर ने बुधवार को यूएन न्यूज को बताया कि 5जी और कोविड-19 के बीच संबंध की बात एक अफवाह , जिसका कोई तकनीकी आधार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस रेडियो तरंगों से नहीं फैलता है। इस महामारी के दौरान जब असली चिंताएं आम लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक संकट के बारे में हैं, यह सच में शर्म की बात है कि हमें समय या ऊर्जा को इस तरह की झूठी अफवाहों से लड़ने में लगाना पड़ रहा है।
चीन ने कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ जंग में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को तीन करोड़ (30 million) यूएस डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। बीजिंग की ओर से यह ऐलान अमेरिका की ओर से डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने के करीब एक सप्ताह बाद सामने आया है।
एएफपी के अनुसार इटली में इस रोग से मरने वालों की संख्या 25 हजार के पार पहुंच गयी है। वहीं दुनिया भर में 1 लाख 80 हजार से अधिक लोगों की मौत दुनिया भर में इस वायरस से हो चुकी है।
WHO ने 30 जनवरी को कोरोना को महमारी बताया....
विश्व प्रसिद्ध वैक्ससीनोलॉजिस्ट और जेनर इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर एड्रियन हिल का दावा है कि अगले 5 महीने में वैक्सीन तैयार हो जाएगी। इंडिया टुडे के मुताबिक, प्रोफसर एड्रियन हिल ने कहा कि इस समय दुनियाभर में कई जगहों पर वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में गुरुवार से ट्रायल शुरू होगा।
कोरोना वायरस के खिलाफ देश में जारी जंग के बीच एक सवाल लगातार चिंता बढ़ा रहा है। टेस्टिंग की जिस रफ्तार को बढ़ाने के लिए चीन से लाखों की संख्या में रैपिड टेस्ट किट मंगवाई गई थी, उसकी सफलता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। कई राज्य सरकारों की आपत्ति के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, अब करीब दो दिन के भीतर संस्थान बताएगा कि किस तरह इसे उपयोग में लाया जाए।
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की ओर से यह जानकारी दी गई है कि अमेरिका में बुधवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 1,738 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि पिछले दिन की तुलना में इस आंकड़े में थोड़ा सुधार हुआ है और मौतों की संख्या में भी गिरावट देखी गई है।
कोरोना से संक्रमित मरीजों के बढ़ते मामलों को देखते हुए दोनों नेताओं के बीच हुई ये पहली बातचीत है, जिसमें दोनों ने साथ मिलकर कोरोना को हराने की बात की। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में भी संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। अबतक कोरोना वायरस के कुल केस 10 हजार के पार जा चुके हैं, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 200 के पार है।
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन इसके बावजूद भारत पड़ोसी देशों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहा है। हाल ही में भारत ने नेपाल को लगभग 23 टन जरूरी दवाई भेजी है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करते हुए एक भी ट्वीट किया है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस से एक लाख 80 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई जिसमें करीब दो-तिहाई यूरोप में हुई है। एएफपी का यह आंकड़ा आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है। यह वायरस पहली बार पिछले वर्ष दिसम्बर में चीन में सामने आया था। आंकड़े के मुताबिक दुनिया भर में अभी तक एक लाख 80 हजार 289 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 लाख 96 हजार 383 लोग संक्रमित हुए हैं। यूरोप में एक लाख 12 हजार 848 लोगों की मौत हुई है जबकि 12 लाख 63 हजार 802 लोग इससे संक्रमित हैं।सर्वाधिक मौत अमेरिका में 45 हजार 153 लोगों की हुई है। इटली में कोरोना वायरस से 25 हजार 85, स्पेन में 21 हजार 717, फ्रांस में 21 हजार 340 और ब्रिटेन में 18 हजार 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्वास्थ्य एजेंसी के वित्तपोषण को रोके जाने के फैसले पर अमेरिका दोबारा विचार करेगा। उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी सांसदों द्वारा इस्तीफा मांगे जाने के बाद भी ‘जीवन बचाने’ के लिए काम करते रहेंगे। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका इस महामारी के बीच यह विश्वास करता है कि डब्ल्यूएचओ ‘सुरक्षित रहने के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है, न केवल दूसरों के लिए बल्कि खुद के लिए भी।’’ पिछले सप्ताह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी को अस्थायी तौर पर वित्तपोषण रोकने की घोषणा की थी।
ब्रिटेन के प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलेटन, कैंब्रिज के ड्यूक और डचेज ने बुधवार को नई मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन का शुभारंभ किया। यह सेवा कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का मुकाबला कर रहे अग्रिम पंक्ति पर तैनात राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के कर्मियों और अन्य कर्मियों के लिए शुरू की गई है। ‘‘हमारी अग्रिम पंक्ति’’ नामक इस परियोजना के तहत एनएचएस र्किमयों, आपात सेवा के कर्मियों और अन्य कर्मचारियों को सीधे व आनलाइन सहायता मुहैया करायी जाएगी। प्रिंस विलियम ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस महामारी से मुकाबले के लिए देशभर में अग्रिम पंक्ति पर तैनात लाखों कर्मचारियों ने हमारी रक्षा के लिए अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की भी परवाह नहीं की है।
भारतीय मूल का 22 वर्षीय एक व्यक्ति बाल यौन अपराध के आरोप में ब्रिटेन की एक अदालत में पेश हुआ। ग्रेटर लंदन के हिंलिग्डन इलाके के मिहिर अग्रवाल को पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को गिरफ्तार किया और लंदन के विस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया। अग्रवाल को हिरासत में भेज दिया गया है और वह अब 20 मई को अदालत में पेश होगा।
ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को अपना पहला उपग्रह प्रक्षेपित किया। साथ ही अमेरिका से तनाव के बीच चौंकाने वाला यह प्रक्षेपण सामने आने से उस अंतरिक्ष कार्यक्रम का खुलासा हो गया जिसे विशेषज्ञ गोपनीय बताते थे। रेवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि एक सचल लांचर का एक नये प्रक्षेपण स्थल पर इस्तेमाल करते हुए उसने ‘‘नूर’’ उपग्रह को पृथ्वी की कम उंचाई वाली कक्षा में स्थापित कर दिया। हालांकि अमेरिका, इजराइल और अन्य देशों ने तत्काल इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि उपग्रह कक्षा में पहुंचा है। यद्यपि उनकी आलोचना से ऐसा प्रतीत होता है कि वे मानते हैं कि प्रक्षेपण हुआ है। यह प्रक्षेपण ऐसे समय में किया गया है जब तेहरान और वाशिंगटन के बीच खत्म हुए परमाणु समझौते तथा जनवरी में अमेरिकी ड्रोन हमले में शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने को लेकर दोनों देशों के संबंधों में तनाव चल रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस की महामारी को हराने और आर्थिक दुष्प्रभाव को न्यूनतम करने के उपायों पर मिलकर काम करने पर सहमति जताई। व्हाइट हाउस ने बुधवार को यह जानकारी दी। दावोस में इस साल जनवरी में आयोजित दावोस आर्थिक सम्मेलन से इतर ट्रम्प और इमरान खान की द्विपक्षीय बैठक हुई थी जिसके बाद पहली बार दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ चल रही वैश्विक लड़ाई के घटनाक्रमों पर चर्चा की और वायरस को हराने और आर्थिक असर को कम करने के लिए मिलकर कार्य करने पर सहमत हुए।’’ व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा और अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की।
WFP प्रमुख ने यह भी आशंका व्यक्त की है अगर संयुक्त राष्ट्र अधिक धन और भोजन सुरक्षित नहीं करेगा तो पूरी दुनिया में अगले कुछ महीनों में 3 करोड़ या उससे अधिक लोगों की मौत हो सकती है।
WFP के प्रमुख डेविड बेस्ले ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में 13.50 से 25 करोड़ लोग भुखमरी के शिकार हो सकते हैं। पूरी दुनिया को तबाही से बचाने के लिए सभी देशों को एकसाथ मिलकर तत्काल एक्शन लेने की जरूरत है।
इटली ने मंगलवार को 534 नई मौतें दर्ज कीं, सोमवार को 80 से अधिक, मौत का आंकड़ा 24,648 तक पहुंचा। ऐसे में इटली पर संकट मंडराता जा रहा है फिलहाल बीते दिनों के मुकाबले आकड़ों में कुछ गिरावट दर्ज की गई है।
कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में 13.50 से 25 करोड़ लोग भुखमरी के शिकार हो सकते हैं। पूरी दुनिया को तबाही से बचाने के लिए सभी देशों को एकसाथ मिलकर तत्काल एक्शन लेने की जरूरत है।
अमेरिका कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक कुल 8,10,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि विश्व के सबसे ज्यादा ताकतवर देश को भी मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
अफगानिस्तान स्थित इंटरनेशनल ऑफिस ऑफ माइग्रेशन जो कि शरणार्थियों की आवाजाही पर नजर रखता है, उसने कहा कि पिछले दो महीने में अफगानिस्तान में 2 लाख से ज्यादा अफगानी नागरिक ईरान से लौटे हैं।
कोरोना वायरस से जंग के बीच अमेरिका में रोजगार का संकट भी खड़ा हो गया है। इसको देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इमिग्रेशन पर रोक लगाने का ऐलान किया है, यानी अगले आदेश तक US में किसी दूसरे देश के व्यक्ति को बसने की इजाजत नहीं होगी।
भारत के अलावा कोरोना वायरस पाकिस्तान में भी तबाही मचा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में बुधवार को कोरोना पीड़ितों की संख्या 10 हजार पार कर गई। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 212 हो चुकी है।
आज तक के मुताबिक, कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका और चीन के बीच कड़वाहट बढ़ती जा रही है। हालात यहां तक बिगड़ गए हैं कि अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर चीन प्रावधानों का पालन नहीं करता है तो वह उसके साथ हुई ट्रेड डील को भी खत्म कर देंगे।
लॉकडाउन होने के कारण फ्रांस में कोविड-19 संक्रमण को 84 फीसदी कम करने में मदद मिली है। यह रिसर्च फ्रांस के इंस्टीट्यूट पास्टियूर के इंफेक्शियस डिसीज यूनिट के मैथेमैटिकल मॉडलिंग, यूके की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के जेनेटिक्स डिपार्टमेंट और अन्य संस्थानों के स्कॉलर्स ने की है।
कुछ दिनों से अमेरिका चीन पर लगातार कोरोना वायरस के फैलने का सारा आरोप लगा रहा है। इसपर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी लगातार बयान देते आ रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसी बीच अमेरिका ने वायरस के मसले पर चीन के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की है। याचिका में चीन पर कोरोना वायरस की जानकारी छुपाने, उसकी जानकारी रखने वाले लोगों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की कोरोना की टेस्ट हुई थी। बता दें कि रिपोर्ट निगेटिव आई है। इमरान खान को कोरोना टेस्ट इसलिए कराना पड़ा था, क्योंकि उन्होंने बीते दिनों एक ऐसे शख्स से मुलाकात की थी, जो बाद में कोरोना पॉजिटिव निकला था।