high uric acid home remedies: यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए प्यूरीन डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। डाइट में बीफ, लैंब पोर्क, बेकन और रेड मीट का अधिक सेवन यूरिक एसिड को तेजी से बढ़ाता है। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी उसे फिल्टर करके यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। बॉडी में यूरिक एसिड का ज्यादा बनना परेशानी का सबब हो सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने से हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द और सूजन की शिकायत अधिक रहती है। यूरिक एसिड जब बॉडी में जमा होने लगता है तो जोड़ों में दर्द और सूजन की परेशानी पैदा करता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि हाई यूरिक एसिड का संबंध टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और फैटी लीवर से भी है। अगर समय रहते यूरिक एसिड का उपचार नहीं किया जाए तो हड्डियों, जोड़ों और ऊतकों को नुकसान पहुंच सकता है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कच्ची हल्दी का सेवन सेहत को फायदा पहुंचा सकता है। औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के में बेहद फायदेमंद है। आइए जानते हैं कि कच्ची हल्दी का सेवन कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।

कच्ची हल्दी का सेवन कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है: (How consumption of raw turmeric controls uric acid)

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व मौजूद होता है जो यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मददगार होता है। हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन से लड़ने में मदद करता है। एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर हल्दी जोड़ों के दर्द से राहद दिलाती है और सूजन को कम करती है।

अगर आपको गाउट है, तो हल्दी को घरेलू उपाय के रूप में आजमाएं। इसका सबसे सक्रिय रसायन, कर्क्यूमिन, में शक्तिशाली गुण मौजूद हैं जो गाउट से संबंधित सूजन और दर्द को दूर करने में असरदार हैं। हल्दी का सेवन आम तौर पर सुरक्षित होता है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती हैं।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कितनी हल्दी का सेवन हैं जरूरी: (How much turmeric intake is Useful to control uric acid)

ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के उपचार के लिए, आर्थराइटिस फाउंडेशन (Arthritis Foundation) दिन में तीन बार 400 से 600 मिलीग्राम हल्दी लेने का सुझाव देता है। आर्थराइटिस फाउंडेशन भी दिन में दो बार 500 मिलीग्राम हल्दी का सेवन करने की सलाह देता है।

कच्ची हल्दी का सेवन कैसे करें: (How to use raw turmeric)

कच्ची हल्दी में मौजूद एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुण संक्रमण से बचाव करते हैं और स्किन को हेल्दी रखते हैं। ज्यादातर लोग अपनी डाइट में कच्ची हल्दी का सेवन करें। यह स्किन के लिए चमत्कारी इंग्रेडिएंट्स माना गया है। कच्ची हल्दी का सेवन करने से एलर्जी होने का डर नहीं रहता। रात में दूध में कच्ची हल्दी उबालकर गर्म करके उसका सेवन करें।