Brain boosting foods: तनाव (Stress) आज की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया है और इसका असर हर उम्र के लोगों पर पड़ रहा है। छोटे बच्चे स्कूल और परीक्षा के दबाव में तनाव महसूस करते हैं, युवा करियर, प्रतियोगिता और सोशल लाइफ के कारण तनावग्रस्त रहते हैं, जबकि बुजुर्ग स्वास्थ्य और आर्थिक परेशानियों से प्रभावित होते हैं। तनाव सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य (Physical Health) पर भी गहरा असर डालता है। लगातार तनाव हृदय रोग, High Blood Pressure, डायबिटीज, नींद न आने की परेशानी और पाचन समस्याओं जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
तनाव के लंबे समय तक बने रहने से हार्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) हो सकता है, जिससे मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, लगातार तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल (Cortisol) हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जो वजन बढ़ाने, इम्यून सिस्टम कमजोर करने और ऊर्जा की कमी का कारण बनती है। तनाव से निपटने के लिए माइंडफुलनेस (Mindfulness), मेडिटेशन (Meditation), योग (Yoga), गहरी सांस लेना और नियमित शारीरिक गतिविधियां बहुत प्रभावी हैं। हेल्दी डाइट और पर्याप्त नींद भी तनाव कम करने में मदद करती हैं।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर और प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ बिमल झांझर ने तनाव को दूर करने के लिए और ब्रेन हेल्थ में सुधार करने के लिए कुछ खास फूड्स का सेवन करने की सलाह दी है। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो तनाव को कंट्रोल करते हैं, तनाव हॉर्मोन को घटाते हैं और ब्रेन हेल्थ में सुधार करते हैं। आइए जानते हैं कि तनाव को कम करने के लिए कौन-कौन से फूड खाएं।
ग्रीन लीफी वेजिटेबल्स खाएं
पालक, मेथी, केल जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियां मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। यह मिनरल पिट्यूटरी-हाइपोथैलेमस एड्रिनल (HPA) एक्सिस को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे शरीर में कोर्टिसोल का स्तर नियंत्रित रहता है। नियमित सेवन से तनाव और चिंता कम होती है, ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है और नींद में सुधार होता है। आप इन्हें सलाद, स्मूदी या जूस के रूप में रोज़ शामिल कर सकते हैं। हर दिन पर्याप्त मात्रा में ग्रीन लीफी वेजिटेबल्स खाने से तनाव कंट्रोल रहता है।
बेरीज खाएं
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रास्पबेरी जैसे बेरीज एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होते हैं। ये कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाते हैं। नियमित सेवन से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है, ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है और शरीर में सूजन कम होती है। बेरीज को आप फ्रेश खा सकते हैं, स्मूदी में डाल सकते हैं या योगर्ट के साथ ले सकते हैं। यह न केवल स्ट्रेस कम करती है बल्कि मूड और एनर्जी लेवल भी बेहतर बनाती है।
डार्क चॉकलेट लें
उच्च कोको वाले डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड्स और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। यह नर्वस सिस्टम को शांति देने में मदद करते है और स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल को घटाते हैं। रोज़ाना सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट लेने से मूड बेहतर होता है, तनाव कम होता है और मानसिक थकान भी घटती है। ध्यान रहे कि ज्यादा शुगर और ज्यादा मिल्क वाली चॉकलेट नहीं खाएं।
ग्रीन टी भी है जरूरी
ग्रीन टी में कैटेचिन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो ब्रेन के रिलैक्सेशन प्रोसेस को बढ़ाते हैं। यह कॉर्टिसोल को कम करके स्ट्रेस कम करते है और मानसिक शांति देते हैं। रोज़ाना 1-2 कप ग्रीन टी लेने से ध्यान, फोकस और मूड में सुधार होता है। इसे बिना अधिक शुगर के पीना सबसे अच्छा होता है। ग्रीन टी के साथ ध्यान, मेडिटेशन या हल्की वॉक करने से स्ट्रेस प्रभावी तरीके से कम होता है।
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