एंटीबायोटिक दवाएं शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को मारती है और उनकी संख्या बढ़ने से रोकती हैं। इन दवाओं का सेवन खासतौर पर कई तरह के बैक्टीरियल संक्रमण जैसे स्टैफ इन्फेक्शन, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, या निमोनिया जैसी बीमारियों में कारगर हैं। एंटीबायोटिक्स दवाएं हानिकारक बैक्टीरिया को तो मारती ही हैं, लेकिन साथ ही आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचाती हैं। इन दवाओं का सेवन सही तरकी से नहीं किया जाए या फिर लम्बे समय तक किया जाए तो ये पाचन पर साइड इफेक्ट करने लगती है। इन दवाओं का सेवन करने से पेट की गैस,अपच, दस्त और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मेडिकल न्यूज टूडे के मुताबिक कुछ लोगों पर इन दवाओं का ज्यादा साइड इफेक्ट देखने को मिलता है। इनका सेवन करने से दस्त या एसिडिटी की शिकायत हो सकती है। ये दवाएं आंतों की सूजन या इरिटेशन को बढ़ा सकती हैं।
इन दवाओं का लम्बे समय तक सेवन करने से किडनी और लीवर पर दबाव बढ़ता है, माइक्रोबियल बैलेंस खराब होता है और कुछ मामलों में गंभीर एलर्जी और दूसरी हेल्थ प्रोब्लम हो सकती है। ये दवाएं केवल बैक्टीरिया को मारने या बढ़ने से रोकने के लिए बनाई गई हैं इनका सेवन करने से वायरल संक्रमणों जैसे सर्दी, खांसी, फ्लू, COVID-19 आदि में एंटीबायोटिक्स का कोई असर नहीं होता। बिना जरूरत के एंटीबायोटिक्स दवाओं का सेवन करने से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस बढ़ता है, जिससे भविष्य में ये दवाएं काम नहीं करतीं। इससे शरीर को और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है।
एंटीबायोटिक दवाएं ज़रूरी तो हैं, लेकिन इनके साइड इफेक्ट से बचने के लिए पेट की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। डाइट में कुछ खास फूड्स का सेवन करके न सिर्फ gut health में सुधार होता है बल्कि इन दवाओं के साइड इफेक्ट से भी बचाव होता है। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सल्हाब ने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करके बताया है कि एंटीबायोटिक कोर्स के बाद आंत की सेहत को सही होने में कई हफ्तों से महीनों तक का समय लग सकता है। ऐसे में gut bacteria को बहाल करने के लिए कुछ खास फूड्स का सेवन करना जरूरी है। कुछ फूड्स gut health को सुधारने और एंटीबायोटिक्स के असर को कम करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड्स है जो गट हेल्थ में सुधार करते हैं।
एंटीबायोटिक्स कोर्स के बाद ये फूड्स करेंगे गट हेल्थ में सुधार
- फर्मेंटेड फूड्स जैसे
- केफिर
- सादा दही जिसमें लाइव कल्चर हों
- किमची
- अनपाश्चराइज्ड सॉरक्रॉट
- मिसो पेस्ट
- सावरडो ब्रेड
प्रीबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे
- लहसुन
- प्याज
- लीक
- केल
- ब्रोकली
- डैंडेलियन ग्रीन्स
- एस्पैरेगस
- जेरूसलम आर्टिचोक
- केले
- जई (ओट्स)
- जौ (बार्ले)
- ब्रान सीरियल
पॉलीफेनोल से भरपूर फूड्स जैसे
- ब्लूबेरी
- सेब छिलके के साथ
- क्रैनबेरी
- ग्रीन टी
- अखरोट
ये फूड कैसे रिकवरी में करते हैं मदद?
डॉ. सालहाब के मुताबिक एंटीबायोटिक लेने के बाद आंतों की सेहत को पूरी तरह से सामान्य होने में कई हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि आंतों में गुड बैक्टीरिया एंटीबायोटिक कोर्स पूरा होने के लगभग दो महीने बाद सामान्य स्तर पर लौटते हैं। इन फूड्स का सेवन करके आंतों की इस रिकवरी को फास्ट किया जा सकता है।
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