कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जो तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल तो दूसरा खराब कोलेस्ट्रॉल। LDL कोलेस्ट्रॉल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जमकर ब्लॉकेज पैदा कर सकता है, जिससे दिल का दौरा (heart attack) या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। HDL यानी हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है ये बॉडी से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को निकालकर लिवर तक पहुंचाता है जिससे आर्टिरीज साफ होती हैं। कोलेस्ट्रॉल को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये दिल के रोगों का कारण बनता है। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है।
कुछ लोगों में जेनेटिक कारणों या मेटाबॉलिज्म की गड़बड़ी की वजह से शरीर जरूरत से ज़्यादा कोलेस्ट्रॉल बनाने लगता है जो सेहत को नुकसान पहुंचाता है। कुछ फूड जैसे फ्राइड फूड, रेड मीट, बेकरी आइटम्स,फुल-फैट डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और HDL कोलेस्ट्रॉल घट सकता है। अगर आप बॉडी में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो डाइट में सत्तू का सेवन करें। सत्तू एक ऐसा सुपर फूड है जो गर्मी में बॉडी को कूल करता है और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
न्यूट्रेसी लाइफस्टाइल की पोषण विशेषज्ञ संस्थापक डॉ. रोहिणी पाटिल ने बताया कि सत्तू पोषक तत्वों का पावर हाउस है जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है। पोषक तत्वों से भरपूर सत्तू का सेवन करके बॉडी में प्रोटीन, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। ये सुपरफूड गर्मी में बॉडी को कूल करता है और पाचन को दुरुस्त करता है। सत्तू का सेवन दिल की सेहत को दुरुस्त रखने का रामबाण इलाज है। सत्तू का सेवन लोग उसका पराठा बनाकर और उसका ड्रिंक बनाकर करते हैं। रोजाना एक गिलास सत्तू का शरबत पीने से बॉडी ठंडी रहती है। आइए जानते हैं कि सत्तू कैसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है और इसके बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
सत्तू कैसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है?
सत्तू एक देसी सुपरफूड है जो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होता है। सत्तू में घुलनशील फाइबर (soluble fiber) मौजूद होता है जो खून में मौजूद LDL कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। यह फाइबर कोलेस्ट्रॉल को आंतों से अवशोषित (absorb) होने से पहले बांध लेता है और उसे शरीर से बाहर निकाल देता है। लो फैट और हाई प्रोटीन सत्तू मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करता है। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। सुबह खाली पेट 1-2 चम्मच सत्तू गुनगुने पानी या छाछ में मिलाकर पिया जाए तो कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
सत्तू के सेहत को फायदे
सत्तू का सेवन करने से ब्लड शुगर भी नॉर्मल रहता है। फाइबर रिच ये फूड ब्लड में शुगर को धीरे-धीरे रिलीज करता है और शुगर नॉर्मल करता है। ये सस्ता और ताकतवर एक देसी सुपरफूड है जो हेल्थ के लिए वरदान है। फाइबर रिच सत्तू का सेवन करने से कब्ज, गैस और एसिडिटी का इलाज होता है। इसका सेवन करने से पेट ठंडा रहता है और गर्मी से राहत मिलती है।
पोषक तत्वों से भरपूर सत्तू का सेवन करने से कमजोरी और थकान दूर होती है और लंबे समय तक एनर्जी बूस्ट होती है। सत्तू low fat, high protein और हाई fiber का कॉम्बो होता है जो पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है और वजन को कंट्रोल करता है। गर्मियों में सत्तू का शरबत शरीर को ठंडक और नमी देता है। इसका सेवन करने से इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बना रहता है। प्लांट-बेस्ड प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर सत्तू का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं।
सत्तू के फायदे
एनर्जी बूस्टर है सत्तू, दिनभर ताकत बनाए रखता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है और दिल को रखता हेल्दी
वजन घटाता है और पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है।
गर्मी में बॉडी को ठंडक देता है और डिहाइड्रेशन कंट्रोल करता है।
प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर सत्तू मसल्स मजबूत करता है।
डायबिटिक लोगों के लिए भी फायदेमंद