कब्ज एक आम बीमारी है जो किसी भी उम्र में व्यक्तियों को प्रभावित कर सकती है। कब्ज की परेशानी का अगर समय रहते इलाज नहीं किया जाए तो ये पाइल्स,फिशर और फिस्टुला का कारण बन सकती है। कब्ज की बीमारी के लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। डाइट में फाइबर का कम सेवन करने से, खाना कम खाने से,कम वॉक करने से,बॉडी एक्टिविटी में कमी होने से,आलस, शारीरिक श्रम की जगह दिमागी काम करने से और तनाव में रहने से कब्ज की परेशानी हो सकती है।

कब्ज का उपचार करने के लिए जरूरी है कि लाइफस्टाइल में बदलाव किया जाए और कुछ अच्छे फार्मास्युटिकल एजेंटों का सेवन किया जाए तो कब्ज से निजात मिल सकती है। कई फूड्स कब्ज का उपचार करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। पपीता, कद्दू और परवल ऐसे फल और सब्जियां हैं जिनका सेवन करने से बाउल मूवमेंट दुरुस्त रहता है और पाचन तंत्र ठीक से काम करता है।

आकाश हेल्थकेयर,नई दिल्ली में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी हेपेटोलॉजी एंड थेराप्यूटिक एंडोस्कोपी, सीनियर कंसल्टेंट और एचओडी,डॉ शरद मल्होत्रा के मुताबिक ये तीनों फूड्स कब्ज को दूर करने और पाचन को दुरुस्त करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन से ऐसे फल और सब्जियां हैं जो कब्ज का इलाज करने में असरदार साबित होते हैं।

पपीता कब्ज का रामबाण इलाज:

पपीता को फ्रूट ऑफ एंजेल कहा जाता है। ये स्वादिष्ट फल ना सिर्फ खाने में मीठा लगता है बल्कि कई बीमारियों का उपचार भी करता है। इसका सेवन करने से कब्ज से निजात मिलती है। फाइबर से भरपूर पपीता में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो पाचन में सहायता करता है। पपीता खाने से इर्रेगुलर बाउल मूवमेंट में सुधार होता है। इसमें पपैन नामक एक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन के टूटने को तेज करता है और पाचन को बढ़ाता है।

इसके अतिरिक्त पपीते में पानी प्रचुर मात्रा में होता है,जो मल को नरम करने में मदद करता है। पपीते का नियमित सेवन कब्ज को रोक सकता है। पपीता डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतरीन फूड है। फाइबर से भरपूर पपीता का सेवन रक्त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्तर में सुधार करता है। एक छोटे पपीता में लगभग 3 ग्राम फाइबर होता है, जो केवल 17 ग्राम कार्बोहाइड्रेट के बराबर होता है। फाइबर, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर पपीता दिल की सेहत को दुरुस्त करता है।

कद्दू खाएं कब्ज से राहत मिलेगी:

कद्दू एक पोषण तत्वों से भरपूर फूड है जो कब्ज को दूर कर सकता है। फाइबर से भरपूर इस सब्जी में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर दोनों मौजूद होते हैं। कद्दू में उच्च फाइबर सामग्री स्टूल को जोड़ती है और बाउल मूवमेंट को रेगुलेट करती है। इसका सेवन करने से स्टूल सॉफ्ट होता है और कब्ज से निजात मिलती है। इसके अतिरिक्त कद्दू के बीज में प्राकृतिक तेल मौजूद होता हैं जो आंतों को चिकनाई देता हैं। अपनी डाइट में कद्दू को सूप,भुने हुए व्यंजन या स्मूदी के रूप में सेवन करें। ये पाचन को बढ़ावा देता है और कब्ज को कम कर सकता है।

परवल खाएं:

परवल एक लोकप्रिय सब्जी है। यह पपीता या कद्दू की तरह ज्यादा प्रसिद्ध नहीं है लेकिन कब्ज से राहत दिलाने में ये बेहद असरदार है। फाइबर से भरपूर परवल में अघुलनशील फाइबर मौदूग होता है, यह स्टूल में बल्क जोड़ता है, नियमित स्टूल पास करने को बढ़ावा देता है और कब्ज को रोकता है। परवल एक हाइड्रेटिंग सब्जी है, जो आंतों में पर्याप्त पानी की मात्रा सुनिश्चित करती है और कठोर स्टूल को रोकती है। आप इसका सेवन करी में,फ्राई करके और भरवां व्यंजनों में कर सकते हैं। इसका सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है।