मौजूदा दौर में हमारा खान-पान इतना बिगड़ गया है कि हर दूसरा शख्स मोटापा से परेशान हैं। मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो कई बीमारियों को सौगात में लाती है। मोटापा डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की बीमारी के लिए भी जिम्मेदार है। मोटापा, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल तीनों ऐसी बीमारियां हैं जो कम उम्र में ही लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। मोटापा से निजात पाने के लिए जहां लोग घंटों जिम में पसीना बहाते हैं वहीं डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए भी तरह-तरह की दवाईयों और देसी नुस्खों का सेवन करते हैं। आप जानते हैं कि इन तीनों बीमारियों पर लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करके काबू पाया जा सकता है।

गाजर में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो उसमें विटामिन A, विटामिन K, विटामिन C, पोटैशियम, फाइबर, कैल्शियम और आयरन जैसे सभी जरूरी विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं। गाजर में एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है जो बहुत फायदेमंद होता है। गाजर का सेवन करने से कैंसर का खतरा कम होता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में और इम्युनिटी को सुधारने में गाजर का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।

सर्दी में पाई जाने वाली गाजर एक ऐसी सिंगल सब्जी है जो 3 बीमारियों को अकेले कंट्रोल करती है। गाजर का सेवन हम सलाद,सब्जी,जूस,हल्वा और सूप के रूप में करते हैं। गाजर में पानी की मात्रा 86 से 95 प्रतिशत के बीच होती है, जिससे यह एक पेट भरने वाला फूड बन जाती है। इसका सेवन करने से बॉडी को कैलोरी बहुत कम मिलती है। खाने में स्वादिष्ट और मीठी गाजर का सेवन सेहत के लिए बेहद उपयोगी है।

अपोलो अस्पताल की मुख्य पोषण विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि गाजर का सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है और भूख कंट्रोल रहती है। गाजर मोटापा को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गाजर का सेवन कैसे ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और मोटापा को कंट्रोल करता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने में गाजर कैसे मदद करती है?

गाजर एक ऐसी सब्जी है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ये फाइबर से भरपूर होती है। गाजर में मौजूद घुलनशील फाइबर पाचन और ब्लड शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है जिससे ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता नहीं है। गाजर एंटीऑक्सिडेंट, विशेष रूप से बीटा-कैरोटीन से भरपूर होती है जो इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकती है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। कई रिसर्च में भी ये बात साबित हो चुकी है कि लगभग आधा कप पकी हुई गाजर या एक मध्यम आकार की कच्ची गाजर का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है और बॉडी को जरूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं।

गाजर कैसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करके दिल की सेहत रखती है दुरुस्त

गाजर का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ही दिल के रोगों का खतरा बढ़ता है। गाजर में बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन और ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे दिल के रोगों का खतरा कम होता है। गाजर में मौजूद पोटैशियम सोडियम के असर को कंट्रोल करती है और ब्लड प्रेशर को भी नॉर्मल बनाती है। गाजर में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायता करता है। इसका सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। रोज़ाना लगभग एक से दो मध्यम आकार की गाजर का सेवन करने से आपकी तीन बीमारियों का एक साथ उपचार होता है।

वजन घटाने के लिए करें गाजर का सेवन

गाजर एक ऐसी सब्जी है जिसमें कम कैलोरी और भरपूर पोषक तत्व मौजूद होते हैं। फाइबर से भरपूर गाजर का सेवन करने से ज्यादा भूख नहीं लगती और आप ओवर इटिंग से बचते हैं। गाजर में ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो फैट मेटाबॉलिज्म में शामिल हार्मोन को प्रभावित करके वजन को कंट्रोल करते हैं। गाजर में घुलनशील फाइबर जैसे सेल्यूलोज,हेमिकेल्यूलोज और लिग्निन जैसे अघुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं जो कब्ज को खत्म करते हैं और आंत की सेहत को दुरुस्त करते हैं। पेट की चर्बी को कंट्रोल करने में और वजन को कम करने में गाजर का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। आप गाजर का सेवन सुबह के नाश्ते में और खाने के साथ कर सकते हैं।