डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। डायबिटीज की बीमारी एक बार हो जाए तो जिंदगी भर साथ रहती है। इस बीमारी को जड़ से खत्म करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन इसे कंट्रोल में रखना आसान है। डायबिटीज की बीमारी में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना बंद या फिर कम कर देता है। टाइप-1 डायबिटीज के मरीजों में पैंक्रियाज इंसुलिन बिल्कुल नहीं बनाता, जबकि टाइप-2 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन का कम उत्पादन करता है। टाइप-1 डायबिटीज मरीज इंसुलिन लेकर डायबिटीज कंट्रोल करते हैं जबकि टाइप-2 डायबिटीज मरीज दवाओं से भी ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।
आप जानते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए दवा की तरह ही कुछ नेचुरल हर्ब्स भी असरदार हैं। अगर इन नेचुरल हर्ब्स का सेवन उसका जूस बनाकर किया जाए तो आसानी से डायबिटीज और प्रीडायबिटीज की स्थिति को कंट्रोल किया जा सकता है। इस जूस का सेवन करने से नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन होता है।
भारतीय योग गुरु, लेखक, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र के मुताबिक अगर डायबिटीज मरीज, प्री डायबिटीज पेशेंट रोजाना तीन महीनों तक एक हर्बल जूस का सेवन कर लें तो आसानी से ब्लड शुगर को नेचुरल तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं। आंवला और करेला दो ऐसे औषधीय गुणों से भरपूर फूड हैं जो तेजी से ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करते हैं। इन दोनों फूड का पाउडर बनाकर या फिर इनका जूस निकालकर रोजाना पिया जाए तो नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि इस हर्बल जूस से कैसे ब्लड शुगर कंट्रोल होता है और इसे घर में कैसे तैयार करें।
करेला और आंवला कैसे डायबिटीज करता है कंट्रोल
आंवला एक ऐसा सुपरफूड है जिसका सेवन करने से हाई ब्लड शुगर के स्तर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। आंवला पैंक्रियाटाइटिस को रोकता है यानी पैंक्रियाज में बीमारी नहीं होने देता है जिससे इंसुलिन का प्रोडक्शन सही से होता है। आंवला पोषक तत्वों का भंडार है और विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है। ये एंटीऑक्सीडेंट पैंक्रियाज को सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं ।
आंवला इम्युनिटी को स्ट्रांग करता है और ओवरऑल हेल्थ को दुरुस्त करता है। इस सुपर फूड का सेवन उसका पाउडर बनाकर उसे पानी में घोलकर जूस के रूप में किया जा सकता है और इसका जूस बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। आंवला क्रोमियम से भरपूर होता है जो एक मिनरल है, ये ब्लड शुगर को घटाने में बेहद असरदार साबित होता है और इंसुलिन का तेजी से उत्पादन करता है। विटामिन सी से भरपूर आंवला टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में असरदार है। आंवला का सेवन ना सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल करता है बल्कि डायबिटीज को रिवर्स भी कर सकता है। खाली पेट रोजाना इस हर्बल जूस को पीने से आपकी ब्लड शुगर पूरा दिन कंट्रोल रहेगी।
करेला का कड़वा जूस सेहत के लिए अमृत
करेला एक ऐसा जूस है जो सेहत के लिए अमृत है। इसका जूस बनाकर इसका सेवन किया जाए तो आसानी से ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। एंटीडायबिटिक गुणों से भरपूर करेला का सेवन करने से किडनी और लिवर की परेशानी का उपचार किया जा सकता है। करेला में तीन कंपाउंड मौजूद होते हैं एक पॉलीपेप्टाइड, वाइसिन और चरंती मौजूद होता है। चरंती एंटी डायबिटीज प्रॉपर्टी है जो ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल करने में मदद करती है।
करेला और आंवला का जूस कैसे तैयार करें
10 ml करेले का जूस और 10 ml आंवला का जूस एक गिलास पानी में मिलाएं और उसे अच्छे से मिक्स करके उसका सेवन करें आपकी डायबिटीज कंट्रोल रहेगी। खाली पेट इस जूस को पीने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहेगा। करेला 12 महीने मिलना मुश्किल है इसलिए आप चाहें तो पूरे साल आंवला का अकेले जूस निकालकर उसका सेवन कर सकते हैं।