डायबिटीज एक ऐसी तमाम उम्र साथ रहने वाली बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या देश और दुनियां में तेजी से बढ़ रही है। दुनिया भर में लाखों ऐसे लोग है जो प्री डायबिटिक है या फिर डायबिटीज के शिकार है लेकिन वो इस बीमारी से अनजान हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना कम कर देता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर हाई होने लगता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।

अगर लम्बे समय तक डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल के रोगों, किडनी को खतरा और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स का सेवन करें। डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है अगर वो मीठे का सेवन करेंगे तो ब्लड शुगर का स्तर हाई पहुंच सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए कोकनट शुगर का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।

हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक कोकोनट शुगर है लेकिन वो डायबिटीज को कंट्रोल करती है। आइए जानते हैं कि कोकोनट शुगर क्या है और इसका पानी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में कैसे असरदार साबित होता है।

कोकोनट शुगर कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है:

कोकोनट शुगर में चीनी की तुलना में सुक्रोज और फ्रक्टोज की मात्रा कम होती है जिसकी वजह से ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है। एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर इस चीनी को बनाने के लिए नारियल के फूलों को तोड़कर उसका लिक्विड बना लिया जाता है। इस लिक्विड को हल्की आंच पर पकाया जाता है। जब इसका पानी सूख जाएं तो चीनी का रूप ले लेगा। इस तरह तैयार शुगर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 35 होता है जो डायबिटीज के मरीजों की ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देगा।

नारियल पानी कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है:

Mayo Clinic की खबर के मुताबिक नारियल का पानी डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसका पानी पीने से पीएच लेवल संतुलित रहता है क्योंकि इसमें हाई इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद होते हैं। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। नारियल का पानी पीने में मीठा होता है जो मीठा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करता है। इसमें कम कैलोरी, फाइबर और प्रोटीन मौजूद होता है। डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए नारियल पानी का सेवन करें।