आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब खानपान के चलते डायबिटीज की समस्या बहुत तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। पहले उम्र बढ़ने के साथ होने वाली इस समस्या से आज कम उम्र के लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। आज के समय में ब्लड शुगर एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। मधुमेह यानी डायबिटीज होने पर दवाइयां और गोलियां जिंदगी का हिस्सा बनने लगती हैं। कई बार इस बीमारी को दवाओं और गोलियों से भी कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ब्लड शुगर एक ऐसी समस्या है जो लंबे समय तक कंट्रोल न की जाए और उसका सही इलाज न किया जाए, तो यह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इससे हार्ट और रक्त वाहिकाओं पर असर पड़ सकता है। हाई ब्लड शुगर तंत्रिका तंत्र को नुकसान, किडनी फेल, आंखों की समस्या और पैरों की समस्या जैसी कई समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करने वाली चीजों के बारे में जानना जरूरी है। चलिए आपको बताते हैं कि शुगर को कंट्रोल करने के बेहतरीन उपाय क्या होते हैं।
कम कार्बोहाइड्रेट वाले फूड चुनें
चावल से बने फूड्स से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। कम कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ खाने से ग्लाइसेमिक कंट्रोल बेहतर होता है। शरीर का वजन भी कम होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि इंसुलिन का उपयोग भी कम होता है। JAMA नेटवर्क में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
मीठी चाय या कॉफी से बचें
सुबह-सुबह मीठी चाय या कॉफी पीने से बच सकते हैं। इसके बजाय अपनी चाय या कॉफी में एक चुटकी दालचीनी मिला सकते हैं। इससे दिन भर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। 13 स्वस्थ पुरुषों पर 2023 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि चावल खाने से पहले ज्यादा फाइबर युक्त सब्जियां खाने से भोजन के बाद ब्लड शुगर का लेवल कम हो जाता है। सब्जियों में मौजूद फाइबर और पॉलीफेनॉल कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा कर देते हैं।
आसानी से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट की बजाय, आप मिश्रित कार्बोहाइड्रेट खा सकते हैं। ये ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। बेकरी उत्पाद, कोल्ड ड्रिंक्स आदि सरल कार्बोहाइड्रेट हैं। ये फूड्स तुरंत ग्लूकोज में टूट जाते हैं, जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है, लेकिन साबुत अनाज, फलियां और सब्जियां मिश्रित कार्बोहाइड्रेट हैं। इनमें ज्यादा फाइबर नहीं होता, इसलिए ये धीरे-धीरे पचते हैं। ये ग्लूकोज को धीरे-धीरे छोड़ते हैं और निरंतर एनर्जी प्रदान करते हैं।
करेले का जूस पिएं
ब्लड शुगर के लेवल को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल करने के लिए हफ्ते में 3 बार करेले का जूस पिएं। जर्नल ऑफ ट्रेडिशनल एंड कॉम्प्लिमेंट्री मेडिसिन में प्रकाशित 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि करेले का जूस टाइप 2 मधुमेह रोगियों में ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है। इस साल मई में जर्नल ऑफ एथनोफार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि लगभग 12 हफ्तों तक करेले का सेवन करने से शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
खाने के बाद टहलें
शुगर के मरीजों को खाने के बाद 20 मिनट जरूर टहलना चाहिए। इससे ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि को रोका जा सकेगा। न्यूट्रिशन में प्रकाशित 2022 के एक अध्ययन में पाया गया कि खाने के बाद 30 मिनट तक तेज चलने से ब्लड शुगर में कमी आती है। इसके अलावा अपनी खाने की आदतों में बदलाव लाने की जरूरत है।
वहीं, पंजीकृत आहार विशेषज्ञ केली मैकग्रेन ने वेजिटेरियन लोगों के लिए प्रोटीन से भरपूर फूड्स बताए हैं, जिनके सेवन से सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं।