दूध, दही, पनीर और चीज जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स पोषण का बड़ा स्रोत माने जाते हैं। डेयरी उत्पाद भले ही पोषक तत्वों से भरपूर हों, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन शरीर में सूजन, हार्मोनल असंतुलन और कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। ऐसे में बेहतर यही है कि हम अपनी डाइट में बदलाव लाएं, प्लांट-बेस्ड विकल्प अपनाएं, संतुलित आहार और एक्टिव लाइफस्टाइल के साथ शरीर को स्वस्थ रखें।

दुबई स्थित ऑन्कोलॉजी एक्सपर्ट डॉ. शारमिन याकीन के मुताबिक, दूध और उससे बने पदार्थों को हमेशा से कैल्शियम और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत माना गया है। बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर किसी की डाइट में दूध, दही, पनीर या चीज किसी न किसी रूप में शामिल होता है, लेकिन डेयरी प्रोडक्ट्स का ज्यादा सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। डॉ. शारमिन के मुताबिक, डेयरी उतना हेल्दी नहीं है जितना हम समझते हैं, बल्कि यह शरीर में इंफ्लेमेशन यानी सूजन को बढ़ाता है, जो कई तरह के कैंसर और बीमारियों की जड़ है।

डेयरी और कैंसर का रिश्ता

डॉ. शारमिन याकीन के अनुसार, डेयरी उत्पाद चाहे गाय, भैंस या बकरी के दूध से बने हों। शरीर में सूजन बढ़ाने का काम करते हैं। डेयरी एक इंफ्लेमेटरी फूड है। इसका मतलब यह है कि दूध, दही, पनीर या चीज जैसे उत्पाद शरीर में सूजन पैदा करते हैं और यही सूजन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की नींव होती है। डेयरी का असर हर व्यक्ति पर पड़ता है। चाहे कोई बीमारी हो या नहीं, ज्यादा डेयरी से इंफ्लेमेशन जरूर बढ़ता है।

कौन सी चीजें बढ़ाती हैं प्रोस्टेट कैंसर का खतरा

कई रिसर्च के मुताबिक, डेयरी उत्पादों का अधिक सेवन प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। डॉ. शारमिन के मुताबिक, प्रोस्टेट कैंसर के मामलों में देखा गया है कि जो लोग रोजाना डेयरी खाते हैं, उनमें खतरा ज्यादा होता है। चाहे वह पनीर, प्रोसेस्ड चीज, दही, दूध या क्रीम किसी भी रूप में हो। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित कुछ स्टडीज के अनुसार, अधिक डेयरी सेवन शरीर में IGF-1 नामक हार्मोन को बढ़ाता है, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को प्रोत्साहित कर सकता है।

कैंसर से बचाव के लिए क्या करें

डॉ. शारमिन याकीन के अनुसार, डेयरी के बजाय एंटी-इंफ्लेमेटरी विकल्प अपनाने चाहिए। प्लांट-बेस्ड मिल्क जैसे सोया, बादाम, ओट्स या नारियल का दूध एक अच्छा विकल्प है। इसके साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल, बादाम और रागी से कैल्शियम प्राप्त किया जा सकता है। प्रोटीन के लिए दालें, टोफू, क्विनोआ और चिया सीड्स आदि का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें।

इसके अलावा सुबह उठते ही कुछ लक्षण दिखाई देने पर भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना अधिक हो जाती है, इन साइन को भी इग्नोर करना आपके लिए भारी पड़ सकता है।