खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की खराबी की वजह से यूरिक एसिड बढ़ने की परेशानी लोगों को कम उम्र में भी अपनी गिरफ्त में ले रही है। यूरिक एसिड की बीमारी आमतौर पर 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को परेशान करती है, लेकिन खराब डाइट ने लोगों को कम उम्र में ही इस बीमारी का मरीज बना दिया है।

यूरिक एसिड बॉडी में मौजूद प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। प्यूरिन (Purine) एक ऑर्गेनिक कंपाउंड है जो मानव शरीर की हर सेल में पाया जाता है। बॉडी में 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर यूरिक एसिड मौजूद रह सकता है, जिसकी वजह से बॉडी में कोई परेशानी नहीं होती लेकिन यूरिक एसिड का स्तर इससे ज्यादा होने पर बॉडी में कई तरह की परेशानियां होने लगती है।

बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने से कई बीमारियां परेशान करने लगती हैं जैसे जोड़ों में दर्द, पैरों की उंगलियों में दर्द, पैर के अंगूठे में दर्द और सूजन, एड़ियों और घुटनों में भी दर्द की शिकायत रहती है। अगर इसका तुरंत इलाज नहीं किया जाए तो ये परेशानी और भी ज्यादा बढ़ सकती है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर अक्सर पैरों की एड़ियों का दर्द बेहद परेशान करता है। इस दर्द की वजह से जमीन में पैर रखते ही पैरों का दर्द सताने लगता है। आप भी एड़ियों के दर्द से परेशान है तो जानिए इस दर्द का कारण क्या है और उससे कैसे बचाव करें।

यूरिक एसिड बढ़ने का कारण: खराब डाइट यूरिक एसिड बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है। खाने में रेड मीट,सी फूड, दाल, राजमा, पनीर और चावल खाने से यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। कई मामलों में ये परेशानी जेनेटिक भी होती है।

एड़ियों में दर्द का कारण: यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से एड़ियों में तेजी से दर्द होने लगता है। ये दर्द प्रोटीन युक्त डाइट का सेवन करने से होता है। ज्यादा प्रोटीन का सेवन करने पर हमारा लिवर उसे पचा नहीं पाता तो बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने से ये क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है जिससे गाउट नामक इंफ्लेमेट्री अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से पीड़ित इनसान को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यूरिक एसिड बढ़ने से एड़ियों के साथ ही दूसरे जॉइंट्स पर भी असर पड़ता है।

इस तरह करें उपचार:

  • यूरिक एसिड बढ़ने पर आप सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं ताकि हार्मोन बैलेंस रहें।
  • खाने में प्रोटीन युक्त फूड का सेवन कम करें।
  • पाचन पर ध्यान दें जिस फूड का सेवन करने से बॉडी में रिएक्ट होता है उससे परहेज करें।
  • समय पर सोए और समय पर जागें।
  • एक्सरसाइज और योग का सहारा लें। योग यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है।