मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। हालांकि, नई मां के लिए अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रखना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है। खासकर शुरुआती महीनों में ऐसे कई सवाल होते हैं, जिन्हें लेकर अक्सर महिलाएं परेशान रहती हैं। इन्हीं सवालों में से एक सवाल है कि क्या बीमार होने या मां को बुखार होने पर वह अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है? अगर आप भी हाल ही में मां बनी हैं और अपने बच्चे की बेहतर सेहत के लिए इस सवाल का जवाब खोज रही हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। यहां हम आपको इस अहम सवाल के जवाब के साथ-साथ ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
गौरतलब है कि बच्चे के पैदा होने के बाद शुरुआती 6 महीने तक उसे केवल मां का दूध पीने की ही सलाह दी जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मां के दूध को बच्चे के विकास के लिए सबसे अधिक जरूरी बताते हैं। हालांकि, जन्म देने के बाद कई बार महिलाएं खुद को अधिक कमजोर महसूस करती हैं या बीमारियों की चपेट में भी आ जाती हैं, ऐसे में उनके मन में अक्सर रहता है कि बीमारी की स्थिति या बुखार आदि होने पर स्तनपान करने से ये बच्चे की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कितना सही है ऐसा सोचना-
मां के बीमार होने का शिशु पर कैसा पड़ता है असर?
मामले को लेकर बीबीसी की एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों के माध्यम से कहा गया है कि मां के केवल एचआईवी या हेपेटाइटिस से संक्रमित होने पर स्तनपान कराने से शिशु को खतरा हो सकता है। इस स्थिति में दूध के जरिए बच्चे तक वायरस पहुंच सकता है और ये बच्चे के लिए खतरनाक भी हो सकता है। इससे अलग अन्य किसी स्थिति जैसे बुखार या अन्य आम बीमारियों में बच्चों को मां का दूध पिलाने में कोई दिक्कत नहीं है। बीमारी के दौरान मां के शरीर से एंटीबॉडी निकलती हैं, जो उनके बच्चों की भी हिफाजत करती हैं। ऐसे में बुखार के समय बच्चे को दूध पिलाना सुक्षित माना जाता है। इससे अलग अगर आप खांसी-जुकाम जैसी परेशानियों से जूझ रही हैं, तो अधिक सुरक्षा के लिए आप मास्क पहन सकती हैं।
क्या बच्चे को दूध पिलाते समय दवा लेना सुक्षित है?
एक अन्य सवाल यह भी कई महिलाओं को परेशान करता है। वहीं, इसे लेकर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मां द्वारा ली गई दवाओं में से कुछ दवाएं ऐसी हो सकती हैं, जो स्तनपान के जरिए कम तादाद में शिशु तक भी पहुंचती हैं। हालांकि, आमतौर पर ये शिशु को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। बावजूद इसके बिना डॉक्टर के प्रेसक्रिप्शन के किसी भी दवा का सेवन न करें। अगर आप बीमार हैं और डॉक्टर आपको दवा लेने की सलाह दे रहे हैं, तो डॉक्टर से शिशु पर इसके असर को लेकर सलाह जरूर लें, खासकर खुद से किसी भी तरह की दवा लेने से बचें।
इन बातों का रखें ख्याल
शिशु के साथ-साथ मां अपनी सेहत का भी खास ख्याल रखें। ध्यान रहे गर्भावस्था के बाद का समय बेहद नाजुक होता है। इस समय में मां के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जो उम्रभर के लिए उनकी सेहत पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में खासकर अपने आहार पर ध्यान दें। पोषक तत्वों से भरपूर भोजन आपके और आपके शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
