गाजर एक ऐसी सब्जी है जिसका सेवन हम सलाद के रूप में, पकाकर और जूस निकालकर करते हैं। गाजर पोषक तत्वों से पैक्ड फूड है जिसका सेवन करने से बॉडी को अनगिनत फायदे होते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो गाजर में विटामिन A, विटामिन K1, विटामिन C, विटामिन B6, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, कम कैलोरी और पानी अधिक होता है। इसमें नेचुरल शुगर होती है जो बॉडी को भरपूर एनर्जी देती है। गाजर का सर्दी में रोजाना सेवन किया जाए तो आंखों की रोशनी बढ़ती है और पाचन दुरुस्त रहता है। स्किन को हेल्दी रखने में गाजर बेहद असरदार साबित होती है। गाजर का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। अब सवाल ये उठता है कि पोषक तत्वों से भरपूर गाजर का सेवन कच्चा करने से सेहत को भरपूर फायदा मिलता है या फिर उबालकर खाने से बॉडी को फायदा होता है।

जब गाजर के पोषक तत्वों की बात आती है तो कच्ची और पक्की हुई दोनों गाजरें बहुत अच्छी होती हैं, लेकिन उन्हें पकाने से कुछ अतिरिक्त फायदे हो सकते हैं। पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक अगर आप गाजर का सेवन उबालकर करते हैं तो आपकी बॉडी को ज्यादा फायदा मिलता है। आइए जानते हैं कि क्यों गाजर का सेवन उबालकर खाने से बॉडी को ज्यादा फायदा होता है।

बीटा-कैरोटीन से भरपूर है गाजर

गाजर बीटा-कैरोटीन से भरपूर होती है जो बॉडी में जाकर विटामिन ए में परिवर्तित होती है। इस सब्जी को पकाने से उनकी कठोर कोशिका दीवार टूट जाती हैं,जिससे बॉडी के लिए बीटा-कैरोटीन को अवशोषित करना आसान हो जाता है। 2002 में शोधकर्ताओं ने पाया कि पकी हुई गाजर खाने से वास्तव में आपके शरीर में अवशोषित होने वाले बीटा-कैरोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। यह आंखों की रोशनी, स्किन और इम्यूनिटी के लिए बहुत फायदेमंद है।

पकाकर खाने से पचाना होता है आसान

गाजर को पकाकर खाने से इसके रेशे नरम हो जाते हैं, जो संवेदनशील पेट वाले किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन रक्षक हो सकते हैं। जिन लोगों का पाचन दुरुस्त नहीं रहता ऐसे लोग भी आसानी से गाजर को पचा सकते हैं।

पोषक तत्वों से है भरपूर

खाना पकाने से विटामिन सी का स्तर थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन यह लाइकोपीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट की उपलब्धता को बढ़ाता है जिससे बॉडी को पोषण मिलता है। उबालने से गाजर में चीनी भी कम हो सकती है।

कई फूड्स के साथ होता है कॉम्बिनेशन

गाजर का सेवन कई फूड्स के साथ कॉम्बिनेशन करके उसके पोषक तत्वों को बढ़ाया जा सकता है। पकी हुई गाजर में सूप, स्टू और भुनी हुई सब्जियों के मिश्रण जैसे विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में शामिल किया जा सकता है। गाजर को लौह युक्त अनाज जैसे ज्वार या कुट्टू के साथ मिलाकर खा सकते हैं। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि बीटा कैरोटीन से भरपूर गाजर आयरन के अवशोषण को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती है।

कच्ची गाजर के फायदे

कच्ची गाजर खाने में कुरकुरी लगती है। इसमें नेचुरल शुगर होती है जिसे डायबिटीज मरीज भी खा सकते हैं। कच्ची गाजर में अघुलनशील फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। इस गाजर को खाने से आंत की सेहत दुरुस्त रहती है। कच्ची गाजर में एंजाइम होते हैं जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।

बॉडी में विटामिन डी की कमी होने पर बढ़ सकता है ब्लड शुगर। Vitamin D को बैलेंस करके आप Diabetes को कंट्रोल कर सकते हैं। फूड की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।