गर्मियों के मौसम में अक्सर लोग खुद को ठंडक पहुंचाने के लिए कोल्डड्रिंक का सेवन करते रहते हैं ऐसे में कोल्डड्रिंक की जगह बेल का शरबत एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। आज के इस लेख के जरिए हम आपको यह भी बताएंगे कि बेल का शरबत स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई सारे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। जिसके सेवन से शरीर को भरपूर मात्रा में ऊर्जा मिलती है। वहीं आपकी बॉडी लंबे समय तक पहुंचाने का काम भी करती है।
यदि आपके पेट में समस्या रहती है तो बेल की शरबत का सेवक बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हो सकता है इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती है। हालांकि, डायबिटीज रोगियों के लिए सारे शरबत या ड्रिंक्स फायदेमंद नहीं होते हैं। ये मीठे पेय ब्लड शुगर को तो बढ़ाते ही हैं साथ ही इनमें फाइबर भी बेहद कम पाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या मधुमेह रोगी बेल का शरबत पी सकते हैं –
शरबत के फायदे: बेल में गुड फैट, फाइबर, विटामिन-सी, फॉस्फोरस, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं। बेल का शरबत पेट की बीमारियों जैसे पेट दर्द, डायरिया, पेचिश और एसिडिटी को दूर करने में सहायक है। इसके अलावा, शरीर में खून बढ़ाने में भी ये शरबत प्रभावी है।
इन्हें नहीं करना चाहिए इसका सेवन: कई शोध के मुताबिक थायरॉयड के मरीजों को इसके सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि थायरॉयड ग्रंथि और दवाओं को प्रभावित करता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को भी बेल का शरबत पीने से बचना चाहिए। वहीं, इसके अधिक सेवन से कब्ज की समस्या हो सकती है। मधुमेह यानी कि डाइबिटीज के मरीजों के लिए बेल का रस सेहतमंद नहीं होता। यह उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। बेल के रस में मौजूद शुगर डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक होता है।
बेशक बेल का शरबत गर्मियों में बहुत फायदा करता है लेकिन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं लोगों के लिए भी बेल का शरबत नहीं है। गर्भवती महिलाओं को बेल के रस का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भावस्था में इसके लाभ के कोई प्रमाण नहीं मिलते। ऐसा माना जाता है कि बेल गर्भपात का कारण हो सकता है।