दुनिया भर में कॉफी को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। कॉफी में स्वाद साथ-साथ एनर्जी देने वाले गुण भी होते हैं। कॉफी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और कैफीन कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए लाभकारी होते हैं। कॉफी एक स्ट्रेस रिलीवर की तरह भी काम करती है। इसके अलावा शुगर के मरीजों के लिए कॉफी बहुत ही फायदेमंद होती है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को आमतौर पर खाने-पीने में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है, लेकिन एक रिसर्च से सामने आया कि ब्लैक कॉफी टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है।

क्या कहती है रिसर्च?

American Diabetes Association और Harvard T.H. Chan School of Public Health की रिसर्च के अनुसार, जो लोग रोजाना 2-3 कप ब्लैक कॉफी पीते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 25-30 प्रतिशत तक कम हो सकता है। कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट, क्लोरोजेनिक एसिड और कैफीन होते हैं, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। शुगर और दूध के बिना ब्लैक कॉफी पीने से ब्लड ग्लूकोज लेवल नहीं बढ़ता, बल्कि मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। हालांकि, ज्यादा कैफीन लेने से नींद न आना, घबराहट और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। ऐसे में एक दिन में 3 कप से ज्यादा कॉफी न पिएं।

इसके अलावा कॉफी पाचन और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है। पोषण विशेषज्ञ और ईट क्लीन विद एशंका की संस्थापक, एशंका वाही ने कॉफी के फायदे बताए हैं। कॉफी का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए तो यह न केवल दिमाग, बल्कि पेट के लिए भी फायदेमंद है। कॉफी पाचन को बेहतर बनाने, कब्ज से राहत दिलाने और पेट की सूजन को कम करने में लाभकारी हो सकती है।

पाचन तंत्र के लिए अच्छी

कॉकी का सेवन करने से पाचन तंत्र को फायदा मिल सकता है। यह गैस्ट्रिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाती है, जो भोजन को तोड़ने और पचाने में सहायक है। खाली पेट कॉफी पीने से पाचन तंत्र तेज हो सकता है। इसके अलावा खाने के बाद कॉफी लेने से भारीपन और अपच से राहत मिलती है। कॉफी लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती है, जो स्वस्थ आंत-मस्तिष्क कनेक्शन में योगदान दे सकती है।

ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार

ब्लैक कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर बनाए रखता है। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने में मदद करता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज सही तरीके से अवशोषित होता है।

वजन घटाने में सहायक

डायबिटीज के मरीजों के लिए वजन कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। ब्लैक कॉफी मेटाबॉलिज्म बूस्ट करती है और फैट बर्निंग प्रोसेस को तेज करती है। कॉफी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट और आंतों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी का सेवन खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि मिठास के लिए सफेद शुगर, ब्राउन शुगर और शहद किसका सेवन करना चाहिए?