डायबिटीज की बीमारी में ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रूप से घटता-बढ़ता रहता है। आज के समय मे खराब खानपान, अस्वस्थ जीवन-शैली और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण लोग कम उम्र में ही डायबिटीज यानी मधुमेह की बीमारी से ग्रस्ति हो जाते हैं। बता दें कि जब पैन्क्रियाज इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन कम या फिर बंद कर दे तो इसके कारण बॉडी में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और यही डायबिटीज का कारण भी बनता है।
खून में शुगर का स्तर बढ़ने से किडनी फेलियर, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थिति का खतरा भी बढ़ जाता है। बता दें कि आज देश की आबादी का 7.8 प्रतिशत हिस्सा मधुमेह की बीमारी से जूझ रहा है। मधुमेह के रोगियों को दवाइयों के साथ-साथ अपना खानपान और जीवन-शैली में बदलाव करना बेहद ही जरूरी है। डायबिटीज के रोगियों के लिए काला चना किसी सुपरफूड से कम नहीं है।
काला चना: फाइबर से भरपूर काला चना स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है। यह खून में आसानी से घुल जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए काले चने के सेवन की सलाह देते हैं। काले चने में विटामिन ए, बी, सी, डी, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और मिनरल्स की अच्छी-खासी मात्रा होती है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जिसके कारण यह दिल के लिए बहुत अच्छा होता है।
इस तरह करें अपनी डाइट में शामिल: आप स्प्राउट्स के तौर पर काले चने को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा रात में भीगे हुए चने को सुबह कच्चा या फिर इसकी सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं। काले चने में प्रोटीन की अच्छी-खासी मात्रा होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
काले चने का पानी: इसके लिए रात को काले चने भिगोकर रख दें। सुबह उठकर उसके पानी का सेवन करें। इससे बॉडी में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लोकूज की मात्रा कम हो सकती है।