महिलाओं की बॉडी में सब कुछ ठीक से काम करें इसके लिए हार्मोनल संतुलन आवश्यक है। जब एक महिला के हार्मोन बैलेंस में नहीं रहते तो बॉडी में कई तरह की परेशानियां पनपने लगती है। समय के साथ-साथ हॉर्मोन में बदलाव आते रहते हैं। हार्मोन असंतुलन तेजी से उम्र बढ़ने और बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है। जब हार्मोन बैलेंस में नहीं होते तो महिलाओं में यौन इच्छा कम होने लगती है,नींद में खलल पैदा होती है,बॉडी में ऊर्जा की कमी रहती है,सूजन, थकान, चिड़चिड़ापन,बालों का झड़ना,घबराहट,मिजाज में बदलाव,ब्लड शुगर की समस्या,ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई,पीरियड की परेशानी और बांझपन होना हार्मोन असंतुलन के कुछ लक्षण हैं।
कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि कुछ देसी हर्ब्स का सेवन महिलाओं में होने वाले हॉर्मोनल असंतुलन को ठीक करता हैं। हार्मोनल संतुलन को बढ़ावा देने और यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए सदियों से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का उपयोग किया जाता रहा है। यहां हम आपको तीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में बताते हैं जो आपके हार्मोन को संतुलित करने और आपके यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं। योग गुरू आचार्य बाल कृष्ण के मुताबिक कुछ जड़ी बूटियों का सेवन महिलाओं को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिलाती हैं और यौन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती हैं।
अश्वगंधा खाएं तनाव दूर होगा और हॉर्मोन रहेंगे बैलेंस:
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी बूटी अश्वगंधा का सेवन करने से तनाव दूर होता है। तनाव हार्मोनल हेल्थ पर बेहद हानिकारक प्रभाव डालता है। हॉर्मोनल असंतुलन होने पर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अश्वगंधा कोर्टिसोल हॉर्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह थायरॉइड फ़ंक्शन को ठीक रखता है, जो हार्मोन को बैलेंस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
दालचीनी हार्मोन को रखती है बैलेंस:
औषधीय गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन हॉर्मोन को संतुलित रखता है। इसका सेवन चाय में,खाने में और दूध के साथ करें तो महिलाएं मासिक धर्म में होने वाली परेशानियों से बच सकती हैं और यौन स्वास्थ्य भी बेहतर रख सकती है।
शतावरी का करें सेवन यौन स्वास्थ्य रहेगा बेहतर:
यह जड़ी बूटी महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है और इसका उपयोग सदियों से महिलाएं प्रजनन संबंधी समस्याओं का इलाज करने के लिए करती आ रही हैं। शतावरी एस्ट्रोजेन हॉर्मोन के स्तर को बैलेंस करने में मदद कर सकती है, जो प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकता है, पीरियड के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात दिला सकता है और कुछ कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।