डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिये सिर्फ़ दवाईयां काफ़ी नहीं है। इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए दवाई के साथ कुछ देसी नुस्खे अपनाये जाये तो तभी इस बीमारी पर कंट्रोल किया जाता है। डायबिटीज की बीमारी ख़राब डाइट, बदलते लाइफ़स्टाइल और तनाव की वजह से पनपने वाली बीमारी है। इस मसरूफ़ियत की ज़िंदगी में आप जितना भी चाहे ख़ुद को टेंशन फ्री रखें लेकिन रख नहीं सकते।
यह तनाव ही सारी बीमारियों को रेज करता है। तनाव से बढ़ने वाली इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाये तो दिल से लेकर किडनी और आंखों तक पर इसका असर पड़ता है। आयुष और ICMR के मुताबिक़ डायबिटीज के मरीज़ अगर कुछ हर्ब्स का सेवन करें तो आसानी से ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल कर सकते हैं।
आयुष और ICMR द्वारा की गई क्लीनिकल रिसर्च में पाया गया है कि टाइप-2 डायबिटीज में अगर कुछ जड़ी बूटियों का अर्क निकालकर उसका सेवन किया जाए तो फॉस्टिंग शुगर,पोस्ट मील शुगर और HBA1C बेसलाइन मूल्यों की तुलना में कम हो सकती है। करेला,गिलोय और गुड़मार तीन ऐसी हर्ब्स हैं जिनका सेवन कई तरह की दवाईयों में किया जाता है। इन हर्ब्स का सेवन करने से ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए ये हर्ब्स बेहद असरदार साबित होती हैं। आइए जानते हैं कि इन हर्ब्स का सेवन कैसे नैचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
करेला करता है नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन
करेला एक ऐसी सब्जी और हर्ब है जिसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है। इसका सेवन करने से ब्लड में ग्लूकोज का अवशोषण धीमा करने में मदद मिलती है। करेला में मौजूद दो प्रमुख यौगिक होते हैं जिन्हें चारेक्टिन और मोमोर्डिसिन के रूप में जाना जाता है। ये दोनों यौगिक ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करते हैं। डायबिटीज मरीज अगर रोजाना इस सब्जी का सेवन भुजिया बनाकर या फिर जूस के रूप में करें तो आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं।
डायबिटीज कंट्रोल करना हैं तो गिलोय का करें सेवन
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक गिलोय एक ऐसी जड़ी बूटी है जो औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक गिलोय के पत्ते,डंठल,तने,जड़ें सब कुछ सेहत के लिए फायदेमंद हैं। गिलोय स्वाद में कसैला फूड है जो डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। सुबह खाली पेट गिलोय जूस पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और वजन कंट्रोल रहता है। गिलोय में इतनी क्षमता है कि ये नेचुरल तरीके से इंसुलिन का निर्माण करता है। डायबिटीज मरीज रोजाना इसका सेवन करें तो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।
गुड़मार की पत्तियों का करें सेवन
गुड़मार एक ऐसा औषधीय पौधा है जिसका सेवन करने से डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। गुड़मार लिवर को उत्तेजित करता है और अप्रत्यक्ष रूप से पैंक्रियाज की इंसुलिन स्राव करने वाली ग्रंथियों की सहायता करता है। इसकी जड़ों के अर्क का सेवन करने से डायबिटीज तो कंट्रोल रहती हैं साथ ही खांसी,दिल के रोग, क्रॉनिक फिवर, वात रोग और सफेद दाग का उपचार किया जा सकता है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए गुड़मार की पत्तियों का सेवन रोजाना खाली पेट करें। गुड़मार की पत्तियों को चबाकर खाएं और इसके बाद एक गिलास पानी का सेवन करें। इसका सेवन नेचुरल तरीके से ब्लड शुगर कंट्रोल करता है।