हेल्दी और फिट रहने के लिए लोग डेली रूटीन में कई तरह के काम करते हैं। कुछ लोग टहलने जाते हैं, कुछ योग करते हैं, तो कुछ ध्यान करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग एक छोटी सी क्रिया पर ध्यान ही नहीं देते जो हमारी सेहत के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं होती। सुबह के समय वातावरण सुहावना होता है, हवा साफ होती है और जमीन नम महसूस होती है। ऐसे में घास पर कुछ मिनट नंगे पैर चलने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
हेल्थ और योग एजुकेटर सेजल शाह ने बताया कि रोजाना सुबह-सुबह घास पर कुछ मिनट नंगे पैर चलना लाभकारी होता है। यह क्रिया बिना किसी दवा के शरीर की कई समस्याओं पर असरदार हो सकती है। इससे मन को शांति मिलती है, नींद अच्छी आती है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत होती है। इतना ही नहीं यह मानसिक तनाव से भी राहत दिलाता है।
शरीर को मिलेगी प्राकृतिक एनर्जी
प्रकृति के सीधे संपर्क से शरीर को एक अलग एनर्जी मिलती है। सुबह की ठंडी हवा में घास पर नंगे पैर चलने से शरीर को सूक्ष्म इलेक्ट्रॉन मिलते हैं, जिनका कोशिकाओं पर प्रभाव पड़ता है। ये इलेक्ट्रॉन सूजन कम करने और शरीर में एनर्जी का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। प्रकृति के साथ सिर्फ 15 से 20 मिनट का संपर्क भी शरीर को तरोताजा महसूस करा सकता है और डेली रूटीन के काम के लिए जरूरी शक्ति प्राकृतिक रूप से प्रदान कर सकता है।
इम्यूनिटी मजबूत
हमारे शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी का मजबूत होना जरूरी है। सुबह घास पर नंगे पैर चलने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और इलेक्ट्रॉन्स इन्फ्लेमेशन कम होता है। इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं सक्रिय होती हैं। इस तरह चलने वाले लोग जल्दी-जल्दी बीमारियों का शिकार नहीं होते। लंबे समय तक इस आदत को अपनाने से ऑटोइम्यून बीमारियों से भी सुरक्षा मिलती है।
मानसिक तनाव दूर
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को तनाव रहता है, लेकिन शांत बैठकर या प्रकृति के बीच टहलकर इसे कम किया जा सकता है। घास पर नंगे पैर चलने से पैरों के दबाव बिंदु उत्तेजित होते हैं, जिससे मस्तिष्क का तनाव कम होता है। ताजी हवा फेफड़ों को भर देती है और मन को प्रसन्न करती है और चिंता की भावना को कम करती है। इस तरह दिन की शुरुआत करने से पूरे दिन सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घास पर नंगे पैर चलने से तनाव 62% तक कम होता है। घास का हरा रंग मन को शांत और तनाव कम करने में मदद करता है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार
अनिद्रा या अपर्याप्त नींद एक बड़ी समस्या है, लेकिन घास पर नंगे पैर चलने से शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन का स्राव होता है, जो नींद के चक्र को कंट्रोल करता है। जब यह हार्मोन ठीक से काम करता है, तो नींद गहरी और आरामदायक होती है। अगर आप कुछ समय तक इस तरीके का अभ्यास करें, तो अनिद्रा जैसी समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन और हार्ट हेल्थ में सुधार
घास पर नंगे पैर चलना शरीर के लिए एक तरह की प्राकृतिक मालिश है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जब रक्त प्रवाह अच्छा होता है, तो शरीर के हर अंग को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है। इसका सीधा लाभ हार्ट स्वास्थ्य पर पड़ता है। नियमित अभ्यास से हार्ट मजबूत रहता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।