Ghas Par Chalne Ke Fayde: घास पर नंगे पैर चलना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। घास पर नंगे पैर चलने की अर्थिंग या ग्राउंडिंग की प्रथा बहुत पुरानी है। आजकल के खराब लाइफस्टाइल के चलते लोगों को अधिक स्ट्रेस हो रहा है। अधिक स्ट्रेस से कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, जितना ज्यादा हम सोचते हैं उतने ही विचार हमारे मन को परेशान करते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि हम अपने विचारों पर कंट्रोल करें और थोड़ा सोचना कम कर दें। जिसके चलते हमें नींद नहीं आती, हार्मोनल हेल्थ खराब रहती है और हम मोटापा, पेट और अन्य दूसरी बीमारियों के शिकार होने लगते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलना फायदेमंद हो सकता है।

घास पर नंगे पैर चलने से फायदे

  • घास पर नंगे पैर चलने से शरीर को ऑक्सीजन मिलती है, जिससे दिमाग शांत होता है और तनाव कम होता है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से ब्लड प्रेशर की समस्या से आराम मिलता है और हार्ट बीट ठीक रहती है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से आंखों की रोशनी तेज होती है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से सूजन कम होती है।
  • घास पर नंगे पैर चलने से पैरों की मांसपेशियां और टेंडन्स मजबूत होते हैं।
  • घास पर नंगे पैर चलने से अनिद्रा की समस्या दूर होती है।

अर्थिंग क्या है और यह कैसे काम करता है?

अर्थिंग का मतलब है धरती की सतह के साथ सीधा संपर्क, जैसे घास , रेत या मिट्टी पर नंगे पैर चलना। पृथ्वी की सतह इलेक्ट्रॉनों से भरी हुई है और यह मानव शरीर के साथ मिलकर ग्राउंड इफेक्ट प्रदान कर सकती है। इस कनेक्शन के बारे में कहा जाता है कि यह शरीर में ऊर्जा को संतुलित करता है, जिससे शरीर और दिमाग दोनों में सुधार होता है।

ग्राउंडिंग के पीछे का विज्ञान

जर्नल ऑफ एनवायरनमेंटल एंड पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि ग्राउंडिंग केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकती है, जिससे रेस्ट को बढ़ावा मिलता है और डिप्रेशन कम होता है। नींद और हृदय गति में सुधार करता है।