दिन शुरुआत अच्छी होने से शरीर एनर्जेटिक और एक्टिव रहता है। इससे कई बीमारियों का खतरा भी कम होता है। ऐसे में शरीर को चुस्त-दुरुस्त और तंदुरुस्त रखना है तो योग से बेहतर क्या हो सकता है। योग न केवल तन, बल्कि मन के लिए भी बहुत लाभदायक है। ऐसे में अगर अपने दिन की शुरुआत एनर्जी, सकारात्मकता और फिटनेस के साथ करना चाहते हैं, तो सूर्य नमस्कार असरदार साबित हो सकता है। सूर्य नमस्कार योग का एक ऐसा संपूर्ण अभ्यास है, जिसमें शरीर के लगभग सभी हिस्से एक्टिव होते हैं। ऐसे में रोजाना बस कुछ मिनटों के लिए सूर्य नमस्कार करना चाहिए। यह न सिर्फ शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करता है, बल्कि पाचन तंत्र को मजबूत, मन को शांत और सेहत को बेहतर बनाने में मदद करता है। न्यूट्रिशनिस्ट और योग प्रशिक्षक जूही कपूर ने सूर्य नमस्कार के फायदे बताए हैं।

जूही कपूर के मुताबिक, योग में सूर्य नमस्कार एक विशेष फ्लो में किए जाने वाले 12 योग आसनों का संयोजन है। यह आसन अपने आप में पूरे शरीर की कसरत माना जाता है, खासकर अगर इसे बार-बार किया जाए, जो आपकी सहनशक्ति पर निर्भर करता है। वैसे सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने के लिए कोई भी समय चुन सकते हैं, लेकिन सुबह जल्दी करने पर इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलता है, क्योंकि उस समय सूरज उग रहा होता है और यह दिन की शुरुआत करने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।

सूर्य नमस्कार के फायदे

सूर्य नमस्कार 12 योगिक मुद्राओं यानी 12 योगासन का संयोजन है, जो शरीर को खींचते, मोड़ते और संतुलित करते हैं। सूर्य नमस्कार से मानसिक और शारीरिक फायदे मिलते हैं। रोजाना इसे करने वजन कम करने के साथ-साथ पाचन और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।

वजन कम होगा

सूर्य नमस्कार करने से पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग और मसल एक्टिवेशन होता है। शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी कम करने के लिए सूर्य नमस्कार बहुत ही असरदार है। इससे कैलोरीज तेजी से बर्न होती हैं, खासकर पेट, जांघ और हाथों की चर्बी कम होती है। रोज 12 राउंड सूर्य नमस्कार करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन कंट्रोल रहता है।

पाचन मजबूत

सूर्य नमस्कार पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है, इसके नियमित अभ्यास से कब्ज और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं और पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। सूर्य नमस्कार के दौरान पेट के अंगों का खिंचाव और संकुचन पाचन क्रिया को उत्तेजित करता है और आंतों में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है।

मन को शांति

सूर्य नमस्कार को सुबह खाली पेट, सूर्योदय के समय करना सबसे अच्छा माना जाता है। इसमें प्रणामासन है, जिसमें दोनों हाथ जोड़कर शांत मन से सूर्य को नमस्कार करना चाहिए। हस्तउत्तानासन में सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाना चाहिए और कमर को पीछे की ओर झुकाना चाहिए। सुबह-सुबह योगासन और गहरी सांस लेने से दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है। इससे स्ट्रेस कम होता है, एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक शांति मिलती है।

ब्लड सर्कुलेशन बेहतर

सूर्य नमस्कार एक प्रसिद्ध योग अभ्यास है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में खून का प्रवाह सुचारू होता है, जिससे हार्ट और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। हर मुद्रा शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू करती है, जिससे हार्ट हेल्थ और स्किन हेल्थ भी बेहतर होती है। यह हार्मोनल बैलेंस में भी मदद करता है।