डायबिटीज एक ऐसी गंभीर समस्या है, जो एक बार किसी को हो जाए तो इसे कंट्रोल करना बहुत मुश्किल हो जाता है। शुगर होने के बाद खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि ऐसा नहीं किया गया तो ये धीरे-धीरे शरीर के अंगों को प्रभावित करने लगती है और फिर आगे चलकर किसी गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकती है। आजकल के अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान के चलते ही दुनियाभर में शुगर के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। ऐसे में शुगर के मरीजों के लिए मखाने का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है। नियमित रूप से मखाना खाने से न केवल शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है, बल्कि यह शरीर को अन्य पोषक तत्व भी प्रदान करता है। जय क्लिनिक एंड डायबिटीज सेंटर, लखनऊ, डायरेक्टर एंड कंसल्टेंट डायबेटोलॉजिस्ट, डॉ. अजय तिवारी ने मखाना के फायदे बताए हैं।

हेल्थलाइन के मुताबिक, मखाना एक पौष्टिक और स्वादिष्ट सुपरफूड है, जो सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है। मखाना को फॉक्स नट्स के नाम से भी जाना जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक सुरक्षित और लाभदायक साबित हो सकता है।

डॉ. अजय तिवारी के मुताबिक, मखाना सिर्फ शुगर के मरीजों के लिए ही नहीं, बल्कि हार्ट के साथ-साथ कई अन्य समस्याओं में लाभकारी साबित हो सकता है। मखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिसके चलते यह खून में शुगर का लेवल धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिससे शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद मिलती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा मखाने में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस, और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने वाले पोषक तत्व हैं।

शुगर के मरीजों को कैसे खाना चाहिए मखाना

मखाना डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकता है, लेकिन इसका सेवन सही और सीमित मात्रा में करना बहुत जरूरी है। इसके सेवन से न केवल ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है, बल्कि दिल, पाचन और किडनी की सेहत को भी लाभ मिल सकता है। चलिए आपको बताते हैं कैसे करें मखाने का सेवन।

भुना हुआ मखाना

शुगर के मरीज मखाने को भूनकर अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। मखाना को देसी घी में हल्का सा भून लें। इसे स्नैक की तरह खाएं। मखाना चिप्स या फ्राई नमकीन की तुलना में एक हेल्दी विकल्प है। दोपहर या शाम को रोजाना 1 मुट्ठी यानी 30–40 ग्राम भुना हुआ मखाना खा सकते हैं।

मखाना खिचड़ी या पोहा

मखाने की खिचड़ी या फिर पोहा के साथ दिन की शुरुआत कर सकते हैं। इससे सुबह का नाश्ता हेल्दी और डायबिटिक फ्रेंडली हो सकता है। इससे न सिर्फ फाइबर बढ़ेगा, बल्कि ग्लाइसेमिक लोड भी कम रहेगा। इसे ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए सब्जियां जैसे गाजर, बीन्स, टमाटर आदि मिलाकर खाया जा सकता है।

दूध के साथ मखाना

अगर, ब्लड शुगर कंट्रोल में है तो रात को सोने से 1–2 घंटे पहले मखाने को थोड़ा सा भिगोकर या हल्का भूनकर गुनगुने लो-फैट दूध के साथ लिया जा सकता है। इससे नींद बेहतर होती है और रातभर शुगर लेवल स्थिर रहता है।

डायबिटीज का दुश्मन हैं ये 4 वर्कआउट्स, 400 mg/dL शुगर भी हो जाएगा मिनटों में नॉर्मल, रक्त शर्करा हो जाएगा मैनेज। पूरी खबर की जानकारी लेना चाहते हैं तो आप लिंक पर क्लिक करें।