आज के समय में दुनिया भर में डायबिटीज तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक है। भारत को डायबिटीज का हब कहा जाने लगा है, क्योंकि यहां करोड़ों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। शरीर में एक बार ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाए, तो इसे कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा हाई ब्लड शुगर न केवल शरीर की एनर्जी को प्रभावित करता है, बल्कि समय रहते कंट्रोल न करने पर किडनी, आंखों, नसों और हार्ट तक को नुकसान पहुंचा सकता है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंदम श्री ने बताया कि डायबिटीज दो तरह की होती है टाइप 1 डायबिटीज, जिसमें शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है और टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में इंसुलिन प्रतिरोध होता है जिसका अर्थ है कि उनका शरीर इंसुलिन का उत्पादन तो करता है, लेकिन इसका प्रभावी ढंग से उपयोग करने में असमर्थ होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए आहार और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना जरूरी है। इसके अलावा जिन लोगों का ब्लड शुगर अक्सर बढ़ा रहता है, उनके लिए करेला किसी प्राकृतिक औषधि से कम नहीं है।

करेला एक ऐसी सब्जी है जिसका स्वाद भले ही कड़वा हो, लेकिन इसे मधुमेह रोगियों के लिए अमृत माना जाता है। करेले का जूस ब्लड शुगर लेवल को प्राकृतिक तरीके से कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है। चलिए आपको बताते हैं कैसे करेले का जूस डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है, इसे कैसे पिया जाए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

करेले के पोषक तत्व

करेला विटामिन A, C, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें चारेंटिन और पॉलिपेप्टाइड-P जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को कम करने में मदद करते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने का काम करते हैं।

करेले का जूस पीने के फायदे

करेले का जूस इंसुलिन जैसी क्रिया करता है। यह कोशिकाओं में ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ाता है और शुगर लेवल को तेजी से संतुलित करता है। करेले में पॉलिपेप्टाइड-P होता है, जो इंसुलिन जैसा कार्य करता है और ब्लड शुगर का लेवल को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल करने में मदद करता है। जर्नल ऑफ ट्रेडिशनल एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन में 2017 में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, करेले का जूस टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस जूस का सेवन करने के 90 मिनट बाद ही इसका असर दिखाई देने लगता है।

लिवर डिटॉक्स करने में मददगार

करेले का जूस न सिर्फ डायबिटीज के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि ये लिवर के लिए भी लाभकारी होता है। करेले का जूस लिवर को साफ करने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे शुगर का सही इस्तेमाल हो पाता है।

वजन घटाने में सहायक

शरीर में ब्लड शुगर बढ़ने का एक मुख्य कारण मोटापा भी होता है। करेले का जूस लो-कैलोरी और हाई फाइबर से भरपूर होता है। इसे पीने से भूख कंट्रोल रहती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।

इसके अलावा सुबह उठते ही कुछ लक्षण दिखाई देने पर भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना अधिक हो जाती है, इन साइन को भी इग्नोर करना आपके लिए भारी पड़ सकता है।