बेलपत्र हिन्दू धर्म में भगवान शिव को अर्पित करने के लिए पवित्र माना जाता है। आमतौर पर बेलपत्र का इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है, लेकिन बेलपत्र सेहत के लिहाज से भी कई रोगों की औषधि है। आयुर्वेद के अनुसार, रोज सुबह खाली पेट 2–3 ताजे बेलपत्र के पत्तों को चबाने से शरीर को डिटॉक्स, पाचन, डायबिटीज और इम्यूनिटी बूस्ट होती है। इसके सेवन से सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं। रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा ने बेलपत्र के फायदे बताए हैं।

डॉ. श्रेय शर्मा के मुताबिक, बेलपत्र पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ए, सी, बी1 और बी6 जैसे कई विटामिन होते हैं। इसके अलावा बेलपत्र में कैल्शियम और फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है। रोजाना सुबह खाली पेट बेलपत्र के सेवन से शरीर को कई फायदे मिलने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी बचाव होता है।

पाचन में फायदेमंद

पेट से जुड़ी कई समस्याओं के लिए बेल के पत्ते बहुत ही लाभकारी होते हैं। रोज सुबह खाली पेट बेल पत्र का सेवन करना फायदेमंद होगा। ये पेट की सफाई और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। बेल पत्र में फाइबर और डिटॉक्सिफाइंग तत्व होते हैं, जो पेट की सफाई करने में मदद करते हैं। इससे अपच, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

डायबिटीज

बेलपत्र में हाइपोग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। रोजाना खाली पेट बेलपत्र चबाने से इंसुलिन की संवेदनशीलता बेहतर होती है और ब्लड ग्लूकोज लेवल काबू में रहता है।

दिल के लिए फायदेमंद

बेलपत्र में मौजूद पोटैशियम और फाइटोकेमिकल्स ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित रखते हैं। यह स्ट्रेस हार्मोन यानी कॉर्टिसोल को घटाता है और दिल की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। इसके अलावा बेल पत्र दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। जिससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

लिवर डिटॉक्स

बेलपत्र का नियमित सेवन शरीर में एनर्जी और ताजगी बनाए रखता है। यह लिवर को डिटॉक्स करता है और शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। बेल का सेवन करने से सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं।

इम्यूनिटी बूस्ट

बेलपत्र में विटामिन C, A और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह वायरल इंफेक्शन, सर्दी-खांसी और मौसमी बुखार से बचाव करता है।

इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।