भारतीय रसोई में रखे मसाले सिर्फ खाने में स्वाद के लिए ही काम नहीं आते, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी होते है। जिनके सेवन से कई बीमारियों से बचाव और कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। ऐसे एक मसाला तेज पत्ता है, जो खाने में सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता। तेज पत्ते का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी किया जाता है। आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, तेज पत्ता कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और वजन कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। इसके रोजाना सेवन से न केवल पाचन बेहतर होता है, बल्कि शरीर में जमा विषैले तत्व यानी टॉक्सिन भी बाहर निकलते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि तेज पत्ता खाने से स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं।
ब्लड शुगर कंट्रोल
तेजपत्ता ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। यह एक घरेलू उपाय है, जिसे डायबिटीज के मरीज अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। तेज पत्ते में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटी-डायबेटिक कंपाउंड्स इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारते हैं। यह टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल बनाए रखने में मदद करता है। रोजाना तेज पत्ता पाउडर लेने से HbA1c लेवल में भी सुधार देखा गया है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल कम
तेज पत्ता शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। तेजपत्ते में मौजूद हृदय स्वस्थ वसा अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बेहतर बनाता है। यह हार्ट को हेल्दी रखने और ब्लॉकेज का खतरा घटाने में मदद करता है। तेज पत्ते के सेवन से दिल की हेल्थ अच्छी होती है।
वजन घटाने में असरदार
वजन घटाने के लिए तेज पत्ते के पानी का सेवन रोजाना सुबह खाली पेट करें। तेज पत्ते की तासीर गर्म हो जाती है इसलिए इसके पानी का सेवन कभी भी रात को नहीं करना चाहिए। तेज पत्ता शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और पाचन को मजबूत बनाता है। तेज पत्ता पानी या चाय के रूप में लेने से फैट बर्निंग की प्रक्रिया तेज होती है और भूख पर कंट्रोल आता है।
पाचन तंत्र मजबूत
तेजपत्ता पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाचन संबंधी समस्याओं जैसे गैस, अपच और पेट फूलना को कम करने में सहायक होते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गैस, एसिडिटी और अपच से राहत दिलाते हैं। इससे पेट हल्का महसूस होता है और खाना अच्छे से पचता है।
यूरिक एसिड कंट्रोल
जब हमारे शरीर में अधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है, तो इससे यूरिक एसिड क्रिस्टल बनने लगते हैं, जिसे हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं। कई रिसर्च के मुताबिक, यूरिक एसिड यानी हाइपरयूरिसीमिया के मरीजों के लिए तेज पत्ता बहुत ही फायदेमंद होता है।
इसके अलावा रसोई में रखी कई ऐसी चीजें है जिससे कोलेस्ट्रॉल को खत्म किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के लिए तिल के बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं।