सर्दियों के मौसम में खानपान के साथ-साथ हेल्थ का ध्यान रखना भी बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि सर्दियों में इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। शरीर में इम्यून सिस्टम कमजोर होने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन सबसे बचने से एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर आंवला और हल्दी से तैयार कांजी ड्रिंक बहुत ही लाभकारी होती है। ये इम्यूनिटी को बढ़ाकर कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। इससे पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हैं, जैसे पेट फूलना, कब्ज या एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है।
कांजी में आंवला और हल्दी का उपयोग क्यों करना चाहिए?
आंवला पोषक तत्वों से भरपूर है, खासतौर पर विटामिन सी के लिए, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ रखने और संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी है। हल्दी अपने जीवाणुरोधी, सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जानी जाती है। हल्दी में मौजूद मुख्य तत्व करक्यूमिन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे सूजन को कम करना, पाचन को बेहतर बनाना और लिवर के काम को बढ़ावा देना आदि।
कांजी क्या है?
कांजी भारत का एक पारंपरिक ड्रिंक है। सर्दियों के मौसम में कांजी हेल्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। कांजी बनाने के लिए सरसों के बीज, हल्दी और आंवला सहित कई तरह की सामग्री का उपयोग किया जाता है। कांजी को जादुई ड्रिंक भी कहा जाता है। यह स्वाद में चटपटा होता है और पेट के लिए फायदेमंद होता है।
कांजी ड्रिंक के फायदे
- इस ड्रिंक से एनर्जी मिलती है
- आंतों की सेहत के लिए फायदेमंद
- शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखती है।
- इम्यूनिटी बढ़ाने में असरदार
इम्यूनिटी बूस्ट
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है और फ्लू-सर्दी से बचाता है। इसके साथ ही कच्ची हल्दी में पाया जाने वाला शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट करक्यूमिन सूजन और संक्रमण से लड़ता है।
पाचन
कांजी के प्रोबायोटिक गुण पाचन में मदद करते हैं, सूजन को रोकते हैं और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
शरीर को साफ
कच्ची हल्दी एक प्राकृतिक क्लींजर के रूप में काम करती है। ये लिवर और त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखती है, जबकि आंवला प्रदूषकों को हटाने में सहायता करता है। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व सूजन को कम करने और लिवर को डिटॉक्स करने में सहायता करता है।
गर्मी और एनर्जी
ठंड के मौसम में कांजी का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है और लंबे समय तक चलने वाली एनर्जी प्रदान करती है।
जोड़ों के दर्द
कच्ची हल्दी के सूजनरोधी गुण जोड़ों की तकलीफ और गठिया को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो सर्दियों के महीनों में अक्सर बदतर हो जाते हैं।
महिलाओं के अंदर शारीरिक बदलाव, उम्र के अलग-अलग पड़ाव का असर पुरुषों के मुकाबले ज्यादा पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को अपनी उम्र के अनुसार सही डाइट प्लान को फॉलो करना चाहिए।