Baba Siddique Murder Case: महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। राजनीति से अलग बाबा सिद्दीकी अपनी इफ्तार पार्टियों के लिए मशहूर थे। वे हर साल ईद के बाद इफ्तार पार्टी का आयोजन किया करते थे, जिसमें बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियां शामिल होती थीं। खासकर बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान को बाबा सिद्दीकी के बेहद करीबियों में गिना जाता है।

तीन हमलावरों ने की थी हत्या

वहीं, बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोप में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने तीन लोगों को आरोपी बताया है। इनमें हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) को गिरफ्तार किया गया है, जबकि गोलीबारी के वक्त घटनास्थल पर मौजूद उनका एक और साथी फरार है।

इधर, जब अपराध शाखा के दल ने आरोपियों को अदालत में पेश किया, तो धर्मराज कश्यप के वकील ने दावा किया कि वह नाबालिग है, जिसके बाद धर्मराज कश्यप का ऑसिफिकेशन टेस्ट कराया गया। इस टेस्ट में साबित हो गया है कि वह नाबालिग नहीं है।

ऐसे में अब, अधिकतर लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर ऑसिफिकेशन टेस्ट होता क्या है और इस टेस्ट से आरोपी की उम्र का पता कैसे लगाया गया? यहां हम आपको इन्हीं सवालों का जवाब देने वाले हैं।

क्या होता है ऑसिफिकेशन टेस्ट?

मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई खास बातचीत के दौरान यथार्थ हॉस्पिटल, फ़रीदाबाद में डायरेक्टर ऑफ ऑर्थोपेडिक्स, डॉ. राजीव ठुकराल ने बताया, ऑसिफिकेशन टेस्ट एक ऐसा मेडिकल टेस्ट है जिसमें बोन फ्यूजन के आधार पर किसी व्यक्ति की उम्र का पता लगाया जाता है।

आसान भाषा में समझें तो इस टेस्ट में शरीर की कुछ हड्डियों जैसे कलाई, कोहनी, कॉलरबोन या पेल्विस की हड्डी का एक्स- रे किया जाता है। जैसे-जैसे किसी व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे इन हड्डियों के आकार में भी बदलाव आता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स एक्स-रे रिपोर्ट को देखकर हड्डियों में वृद्धि की डिग्री का पता लगाते हैं और इस तरह किसी व्यक्ति की उम्र का पता लगाया जाता है।

क्या पूरी तरह सही होते हैं इस टेस्ट के नतीजे?

इस सवाल को लेकर डॉ. ठुकराल बताते हैं, ‘ऑसिफिकेशन टेस्ट उम्र का एक मूल्यवान अनुमान प्रदान कर सकता है लेकिन ये नतीजे हर बार पूरी तरह से सटीक नहीं होते हैं। टेस्ट की सटीकता अलग-अलग हो सकती है, जिसमें एक से दो साल की संभावित विसंगतियां हो सकती हैं।

हड्डियों के विकास का पैटर्न आनुवंशिकी, पोषण और समग्र स्वास्थ्य सहित विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकता है, जिससे व्यक्तियों के बीच हड्डी बनने की दर में अंतर होता है। इससे अलग-अलग लोगों में इसके नतीजे भी अलग-अलग हो सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।