आजकल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में खराब खानपान और तनाव के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो रही हैं, जिसमें पेट में गैस और कब्ज सबसे आम समस्या है। इसका असर न सिर्फ कामकाज पर पड़ता है, बल्कि धीरे-धीरे कई बीमारियों का कारण भी बनता है। ऐसे में समय रहते खानपान से लेकर फिजिकल एक्टिविटी का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है। इसके अलावा घर पर कुछ समय निकालकर ये 3 योगासन करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। योग गुरु बाबा रामदेव ने पेट में गैस और कब्ज से राहत पाने के लिए 3 ऐसे कारगर योगासन बताए हैं, जिन्हें नियमित रूप से करने पर न सिर्फ पेट में गैस और कब्ज से राहत मिलेगी, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा।

बाबा रामदेव ने बताया कि आज के समय में फिजिकल एक्टिविटी में कमी और अनहेल्दी खानपान के चलते पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत आम होती जा रही हैं। कब्ज और पेट में गैस से राहत पाने के लिए लोग डॉक्टर्स के पास चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अपना लाइफस्टाइल नहीं बदल रहे हैं। योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया कि पेट में गैस और कब्ज को दूर करने के लिए रोजाना कुछ योगासनों को करना बहुत फायदेमंद होता है। इन्हें करने से शरीर भी एक्टिव रहेगा और कई बीमारियों से भी बचाव होगा।

पवनमुक्तासन

पेट में गैस के लिए पवनमुक्तासन एक प्रभावी योगासन है। यह आसन पेट फूलना और गैस की समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। पवनमुक्तासन पाचन तंत्र से गैस को निकालने में सहायता करता है और पाचन को बेहतर बनाता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ें और उसे छाती की ओर लाएं। दोनों हाथों से घुटने को पकड़ें और माथा घुटने से लगाने की कोशिश करें। इसी प्रक्रिया दोनों पैरों से एक साथ लेकर करें।

पवनमुक्तासन को करने से पेट में गैस को बाहर निकालने में बेहद असरदार माना जाता है। नियमित रूप से इसे करने से आंतों की सफाई होती है और मल त्याग आसान बनता है। इसके साथ ही पाचन तंत्र मजबूत होता है।

अर्धमत्स्येन्द्रासन

अर्धमत्स्येन्द्रासन कब्ज से राहत दिलाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आसन पाचन अंगों को उत्तेजित करता है और आंतों की गतिविधि में सुधार करता है, जिससे कब्ज से राहत मिल सकती है। इस आसन को करने के लिए जमीन पर बैठ जाएं और दोनों पैरों को सामने फैलाएं। बाएं पैर को मोड़कर दाएं घुटने के पास रखें। अब दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर के बाहर रखें। इसके बाद बाएं हाथ को दाएं घुटने के बाहर रखें और शरीर को दाईं ओर मोड़ें। गर्दन को पीछे की ओर घुमाएं और रीढ़ को सीधा रखें।

अर्धमत्स्येन्द्रासन को नियमित रूप से करने पर न सिर्फ पेट से जुड़ी समस्या से राहत मिल सकती है, बल्कि ये लिवर, किडनी और पाचन अंगों को भी एक्टिव करता है। इसे करने से कब्ज को दूर होती है और पेट में गैस नहीं बनती। ये आसन शरीर का लचीलापन भी बढ़ाता है।

वज्रासन

वज्रासन कब्ज में मदद करता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और कब्ज से राहत दिलाने में सहायक है। वज्रासन पेट के अंगों में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को मोड़कर एड़ियों पर बैठ जाएं। रीढ़ को सीधा रखें और हाथों को घुटनों पर रखें। आंखें बंद कर गहरी सांस लें और ध्यान केंद्रित करें। खाना खाने के बाद 5–10 मिनट तक इस आसन में बैठें। इसे करने से पाचन शक्ति तेज होती है। इसके साथ ही गैस, एसिडिटी और कब्ज में तुरंत राहत देता है।

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