रोजाना प्राणायाम करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इससे तनाव, हार्ट, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, फेफड़ों की क्षमता बूस्ट, पाचन में सुधार और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसके साथ ही रोजाना कपालभाति प्राणायाम करने से शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ता है और शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल भी अच्छा बना रहता है। दरअसल, योगा हेल्दी लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा है। प्राणायाम की अलग-अलग क्रियाओं में कपालभाति को बेहद फायदेमंद माना गया है। योग गुरु बाबा रामदेव ने रोजाना कपालभाति करने के फायदे बताए हैं।
बाबा रामदेव के मुताबिक, रोजाना कपालभाति प्राणायाम करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसे करने से हीमोग्लोबिन लेवल संतुलित रहता है, शरीर हमेशा एनर्जेटिक महसूस करता है और पाचन से लेकर मानसिक हेल्थ में सुधार हो सकता है।
हीमोग्लोबिन लेवल सही रहेगा
कपालभाती करते समय तेजी से सांस छोड़ने और लेने की प्रक्रिया शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती है। नियमित रूप से कपालभाति करने से शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल अच्छा बना रहता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जिन लोगों को एनीमिया की समस्या यानी शरीर में खून की कमी है। उन लोगों के लिए कपालभाति प्राणायाम बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।
शरीर को एनर्जी मिलेगी
योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार, कपालभाति नियमित रूप से करने से शरीर की कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है। इसके शरीर को एनर्जी मिलती है और थकान, आलस्य दूर होता है। रोजाना इसे करने से शरीर पूरे दिन एनर्जेटिक महसूस करता है।
मानसिक तनाव कम होगा
मानसिक तनाव के लिए कपालभाति करना लाभकारी साबित हो सकता है। कपालभाति करने से दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याएं दूर हो सकती है। इसके साथ ही प्राणायाम को करने से मन शांत रहता है।
पाचन तंत्र मजबूत
कपालभाति करने से पाचन तंत्र भी अच्छा होता है। इसे करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इससे पेट की मांसपेशियां लगातार अंदर-बाहर होती हैं, जिससे आंतों की मालिश होती है। कपालभाति प्राणायाम करने से कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं दूर करने में राहत मिलती है और पाचन तंत्र हेल्दी होता है।
वजन घटाने में मददगार
वेट लॉस करने वाले के लिए कपालभाति करना लाभकारी साबित हो सकता है। इसमें पेट की चर्बी तेजी से कम होती है और कैलोरी बर्न होती है। नियमित अभ्यास से पेट और कमर पर जमा फैट धीरे-धीरे पिघलने लगता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के मुताबिक, कपालभाति को वजन घटाने के लिए सबसे प्रभावशाली श्वसन अभ्यास माना जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से शरीर का फैट बर्न तेजी से होता है।
कपालभाति कैसे करें
- सीधी रीढ़ के साथ पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं।
- नाक से सांस को धीरे-धीरे अंदर लें और पेट को फुलाएं।
- अब नाक से ही जोर से सांस छोड़ें और पेट को अंदर की ओर खींचें।
- यह क्रिया लगातार 10–15 बार करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।