Ayushmann Khurrana Health News: अभिनेता आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khuranna) ने हाल ही में बताया है कि वे वर्टिगो (Vertigo) नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं। पर्दे पर फिट और हेल्दी दिखने वाले अभिनेता ने बताया कि 6 साल पहले उनकी फिल्म में उन्हें ऊंचाई से कूदने के लिए कहा गया था, इस दौरान उन्हें चक्कर आ गया था। Vertigo की वजह से उन्हें आज भी कई सीन करने में परेशानी होती है। अभिनेता ने ‘साहित्य आजतक’ (Sahitya Aaj Tak 2022) के मंच पर अपनी बीमारी से जुड़े अनुभव साझा किये।

आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khuranna) ने बताया कि वर्टिगो (Vertigo) से उबरने में दवा का अहम रोल है। आयुष्मान ने कहा कि वो जिस पेशे में है उसमें स्क्रिप्ट कुछ भी मांग कर सकती है, ऐसी स्थिति में फिटनेस बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि आयुष्मान खुराना जिस बीमारी से पीड़ित हैं वो क्या है और उसके लक्षण और कारण क्या हैं।

Vertigo क्या है?

वर्टिगो (Vertigo) एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज को अचानक से चलते-चलते चक्कर आने लगता है और सिर घूमने लगता है। इस बीमारी में इंसान को सीधा खड़ा होते ही सिर घूमता है और बॉडी का संतुलन बिगड़ जाता है। जब वर्टिगो अटैक आता है तो सबकुछ घूमता नजर आता है। पारस हॉस्पिटल्स, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, वर्टिगो एक स्थिति नहीं बल्कि एक लक्षण है। इस बीमारी में आपको महसूस होता है कि आपके आस-पास का कमरा घूम रहा है। आप अस्थिर महसूस करते हैं।

कई बार ऐसा महसूत होता है कि जैसे आप गिर रहे हैं। कभी-कभी लक्षण इतने गंभीर हो जाते हैं कि रोजमर्रा का काम करना भी दूभर हो जाता है। विशेषज्ञ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस बीमारी में बिनाइन पैरॉक्सिस्मल वर्टिगो या पोजिशनल वर्टिगो शामिल है।

वर्टिगो के लक्षण कौन-कौन से हैं?

डॉ संजय गुप्ता के अनुसार वर्टिगो के कई लक्षण हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है। इस बीमारी में इंसान शरीर को काबू नहीं कर पाता, उसका बॉडी से संतुलन बिगड़ जाता है। सिरदर्द, गिरना, चक्कर आना, बहरापन,आंखों में ध्यान केंद्रित करने में समस्या होना, कान में घंटी बजने का अहसास होना, जी मिचलाना और बॉडी में पानी की कमी होना शामिल है।

वर्टिगो बीमारी का कारण क्या है?

सेरिबैलम के ट्यूमर वाले मरीजों में सेरेबेलर वर्टिगो (Cerebellar vertigo) की परेशानी होना बहुत आम बात है। कान के रोग भी बहुत गंभीर वर्टिगो का कारण बनते हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि सेरेबेलर वर्टिगो बहुत ही गंभीर है। मस्तिष्क में समस्याएं, कान की समस्याएं और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस, मेनियार्स रोग या वेस्टिबुलर न्यूरिटिस, सिर या गर्दन में चोट, झटका और कान को नुकसान पहुंचाने वाली दवाएं वर्टिगो के पनपने का मुख्य कारण हैं।

वर्टिगो का उपचार क्या है?

विशेषज्ञ के अनुसार, वर्टिगो का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस के मामलों में, सर्वाइकल फिजियोथेरेपी और कॉलर बहुत मददगार होते हैं। कान की समस्या वाले रोगियों में ईएनटी विशेषज्ञ मदद कर सकता है। स्ट्रोक के रोगियों में, न्यूरोलॉजिस्ट मदद करते हैं। आंखों की कोई भी समस्या होने पर आंखों के विशेषज्ञ मदद करते हैं। मेनियार्स रोग या वेस्टिबुलर न्यूरिटिस के लिए ईएनटी से परामर्श किया जाना चाहिए।