हमारी दिन भर की डाइट में रोटी हमारा सबसे अहम फूड है जिसका सेवन हम दिन में तीन बार करते हैं। ज्यादातर लोग गेहूं की रोटी का सेवन करते हैं और दिन भर उसी से एनर्जी हासिल करते हैं। आप जानते हैं कि गेहूं की रोटी आपका वजन तेजी से बढ़ा सकती है। गेहूं की रोटी में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है जो बॉडी को एनर्जी देता है। कार्ब्स बॉडी में ग्लूकोज में बदलता है और तुरंत बॉडी को एनर्जी देता है। दिन भर में अगर इंसान रोटी का सेवन कई बार करता है तो अतिरिक्त कैलोरी बॉडी में जमा होने लगती है जिससे वजन बढ़ने लगता है।
अक्सर लोग वजन कम करने के लिए ऑयली फूड, जंक फूड, प्रोसेस फूड और वजन बढ़ाने वाली चीजों से परहेज कर लेते हैं लेकिन कार्ब्स का सेवन कंट्रोल नहीं करते। कार्ब्स का ज्यादा सेवन न सिर्फ वजन को बढ़ाता है बल्कि ब्लड में शुगर के स्तर को भी बढ़ाता है।
रेडक्लिफ लैब के मुताबिक जिन लोगों का वजन ज्यादा है और ब्लड शुगर भी नॉर्मल रखना चाहते है तो ऐसे लोग चने के आटे की रोटी का सेवन करें। चने के आटे को बेसन का आटा भी कहा जाता है जो बॉडी को भरपूर पोषण देता है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है और वजन कम होता है। आइए जानते हैं कि बेसन का आटा कैसे वजन पर लगाम लगाने में असरदार साबित होता है।
बेसन का आटा कैसे वजन को कंट्रोल करता है?
बेसन के आटे का सेवन करने से आसानी से वजन कंट्रोल रहता है। बेसन के आटे में फाइबर भरपूर होता है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में मदद करता है। फाइबर से भरपूर बेसन भूख को कंट्रोल करता है और पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है। बेसन में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो इसे पोषण से भरपूर बनाती है। बेसन के आटे में फैट भी मौजूद होता है लेकिन ये फैट हेल्दी फैट होता है जो वजन को कंट्रोल करता है।
बेसन का आटा आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, और बी-विटामिन से भरपूर होता है जो बॉडी को हेल्दी रखता है और पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। ग्लूटेन फ्री बेसन का आटा मोटापा पर लगाम लगाने में बेहद उपयोगी है। अगर आप दिन में दो से तीन बार रोटी का सेवन करें तो आप आटे का सेवन बदल-बदल कर करें। मल्टी ग्रेन आटे की रोटी का भी आप सेवन कर सकते हैं। ये वजन को कम करता है।
बेसन के आटे का सेवन करने से बॉडी को कौन से फायदे होते हैं?
डायबिटीज रहती है कंट्रोल
बेसन के आटे का सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। इस आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है जो ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रखता है। इस आटे का सेवन करने से इंसुलिन के स्तर में सुधार होता है और बॉडी को भरपूर एनर्जी मिलती है।
पाचन रहता है दुरुस्त
गेहूं के आटे की तुलना में अगर आप बेसन के आटे की रोटी खाते हैं तो आपका पाचन दुरुस्त रहता है। पाचन को बेहतर बनाने में बेसन की रोटी दवा की तरह असर करती है। ये बॉडी से पोषक तत्वों को ऑब्जर्व करती है और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालती है। इसका सेवन करने से पाचन ठीक रहता है और वजन भी कम होता है।
कोलेस्ट्रॉल होता है कंट्रोल
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक रिसर्च के मुताबिक बेसन में LDL Cholestrol यानी गंदा कोलेस्ट्रॉल कम करने की ताकत होती है। घुलनशील फाइबर से भरपूर बेसन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और दिल के रोगों से बचाव करता है। वहीं एक ऑस्ट्रेलियन स्टडी में भी पाया गया था कि बेसन का सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाता।