‘एंग्जाइटी’ बीते कुछ सालों में आपने ये शब्द खूब सुना होगा। हो सकता है आपके आसपास कई ऐसे लोग हों, जो कहते हों कि उन्हें एंग्जाइटी डिसऑर्डर है या उन्हें एंग्जाइटी अटैक आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये एंग्जाइटी डिसऑर्डर है क्या? कई बार लोग इस डिसऑर्डर से पीड़ित भी होते हैं, हालांकि जानकारी के आभाव में समय रहते इसके बारे में समझ नहीं पाते हैं, जिससे धीरे-धीरे ये समस्या डिप्रेशन जैसी गंभीर स्थिति का कारण बन जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है एंग्जाइटी डिसऑर्डर, साथ ही जानेंगे कैसे इससे बचा जा सकता है।

क्या है एंग्जाइटी डिसऑर्डर?

हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी छोटी बात को लेकर एकदम घबरा जाना, सामान्य सी बात पर भी बेचैन हो जाना, हर समय किसी चीज का डर बना रहना, उस काम के बारे में सोच-सोचकर तनाव महसूस करना, दिल की धड़कन का अचानक बढ़ जाना एंजाइटी डिसऑर्डर है। यह एक तरह की मानसिक बीमारी है, जो अधिकतर तब होती है, जब आपके मन में किसी बात को लेकर बहुत अधिक डर बैठ जाता है या किसी तरह का दबाव होने पर आप बहुत अधिक बेचैन महसूस करते हैं।

एंजाइटी अटैक या पैनिक अटैक के लक्षण

  • अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाना
  • बिना वजह बहुत अधिक पसीना आना
  • सांस फूलना
  • छाती में तेज दर्द होना (हार्ट अटैक जैसे लक्षण दिखाई देना)
  • अजीब सी घबराहट महसूस होना
  • हाथ-पैर कांपना
  • गले में कुछ फंसा हुआ महसूस करना
  • नकारात्मक विचार आना
  • जी मिचलाना
  • चक्कर आना
  • हाथ-पैर सुन्न पड़ना आदि।

इन तमाम चीजों को अचानक एक साथ महसूस करना एंजाइटी अटैक या पैनिक अटैक आने का ही लक्षण है। ऐसे में अगर आप भी इस तरह की परेशानी का सामने करते हैं, तो इसे लेकर तुरंत हेल्थ एक्सपर्ट्स से बात करें।

कैसे पाएं छुटकारा?

वैसे तो हेल्थ एक्सपर्ट्स कुछ दवाइयों के सहारे इस परेशानी से निजात पाने की सलाह देते हैं। हालांकि, आप चाहें तो लाइफस्टाइल में कुछ हेल्दी बदलाव के साथ भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

नियमित योग

योग किसी भी समस्या से छुटकारा पाने का सबसे आसान और प्राकृतिक उपाय है। नियमित योग ना केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर करने में मदद करता है, बल्कि इसकी मदद से मानसिक परेशानियों से भी निजात पाई जा सकती है। खासतौर पर एंजाइटी डिसऑर्डर में योग किसी दवा से कम नहीं है। नियमित योग का अभ्यास दिमाग से नकारात्मक ख्यालों को दूर कर मानसिक शांति देने में मदद करता है।

कैमोमाइल का सेवन

कैमोमाइल एक जड़ी बूटी है, जो शरीर के साथ ही दिमाग को भी आराम पहुंचाती है। वहीं, ज्यादातर कैमोमाइल को चाय के रूप में लिया जाता है।

भरपूर नींद है जरूरी

इन सब के अलावा अच्छी नींद भी एंग्जायटी दूर करने में आपकी मदद कर सकती है। अगर आप रात को पूरी नींद लेतें हैं तो इससे आप दिनभर फ्रेश फील करेंगे और नकारात्मक विचार आप पर हावी नहीं हो पाएंगे।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।