तुलसी एक ऐसा हर्ब है जो हर घर में मौजूद होता है। भारत में तुलसी घर के आंगन की शोभा होती है जिसकी पूजा करना शुभ माना जाता है। तुलसी का सेवन हजारों सालों से कई तरह की बीमारियों का उपचार करने में किया जाता रहा है। तुलसी का सेवन करने से श्वसन संबंधी परेशानियों से निजात मिलती है। इस पौधे की पत्तियां, तना, फूल, जड़, बीज सब कुछ औषधीय गुणों से भरपूर होता है। बदलते मौसम में इम्युनिटी को स्ट्रांग करने के लिए तुलसी का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।
100 ग्राम तुलसी की न्यूट्रिशन वैल्यू की बात करें तो इसमें औषधीय गुण होते हैं और यह कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और पोटैशियम जैसे विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के जैसे खनिजों से भरपूर होता है। 100 ग्राम तुलसी में मौजूद पोषक मूल्यों की बात करें तो इसमें
वसा- 0.6 g
कैलोरी- 22
कार्बोहाइड्रेट- 2.7 g
डाइटरी फाइबर- 1.6 g
शुगर- 0.3 g
प्रोटीन- 3.2 g
सोडियम- 4 mg
पोटैशियम- 295 mg
विटामिन के- 1540 mcg होता है।
आयुर्वेद के मुताबिक बरसात के महीने में अगर तुलसी का सेवन रोजाना किया तो कई मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है। सर्दी-जुकाम और खांसी से बचाव करने के लिए तुलसी का सेवन उसकी पत्तियां चबाकर और काढ़े के रूप में कर सकते हैं। तुलसी का काढ़ा एक हेल्दी और स्वादिष्ट ड्रिंक है जो बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। तुलसी के पत्तों का उपयोग सलाद, पनीर, मांस, अंडे के साथ पाउडर के रूप में किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि तुलसी का सेवन करने से बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
सर्दी, खांसी और गले की खराश होती है दूर
बरसात के मौसम में तुलसी का सेवन करने से कई तरह से फायदा होता है। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया और मौसमी फ्लू जैसी बीमारियों से होने वाले बुखार को ठीक करने के लिए इसकी पत्तियों का काढ़ा बेहद असरदार साबित होता है। खांसी का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए तुलसी की पत्तियों को शहद में मिलाकर उसका सेवन करें। ये सांस से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। तुलसी गले की खराश से भी राहत दिला सकती है। तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से गरारे करने से भी गले को राहत मिलती है और सर्दी जुकाम का इलाज होता है।
किडनी की सेहत में होता है सुधार
हेल्थलाइन के मुताबिक तुलसी का सेवन करने से किडनी की सेहत भी दुरुस्त रहती है। जिन लोगों की किडनी की परेशानी है वो रोजाना इसकी पत्तियों का सेवन करें। आयुर्वेद के मुताबिक तुलसी की पत्तियों में ऐसे गुण मौजूद होते है जो स्टोन को यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल सकते हैं। पथरी निकालने के लिए छह महीनों तक इसका सेवन करें।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
तुलसी का सेवन करने से डायबिटीज को भी आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। ग्लोबल साइंस रिसर्च जर्नल में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्तियां या एक बड़ा चम्मच तुलसी का रस लेने से ब्लड शुगर का स्तर पूरे दिन नॉर्मल रहता है। तुलसी का सेवन करने से फास्टिंग शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
तनाव को करती हैं कंट्रोल
तुलसी को एडाप्टोजेनिक माना जाता है जो मूड स्विंग को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है। मानसिक स्थिति में सुधार करने के लिए तुलसी की पत्तियां बेहद असरदार साबित होती है। इसका सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रांग होती है और बॉडी हेल्दी रहती है।