आम के आम और गुठली के भी दाम यह कहावत जामुन जैसे गुणकारी फल पर पूरी तरह खरी उतरती है। जामुन सिर्फ एक स्वादिष्ट और ठंडक देने वाला फल नहीं है, बल्कि इसका हर हिस्सा फल, बीज , पत्ते, यहां तक कि छाल भी औषधीय गुणों से भरपूर है। खासकर जामुन की गुठली जिसे अक्सर फेंक दिया जाता है, वह वास्तव में एक प्राकृतिक दवा की तरह काम करती है, खासतौर से डायबिटीज के मरीजों के लिए। जामुन की गुठली में पाए जाने वाले औषधीय तत्वों की बात करें तो इसमें जैम्बोलिन (Jamboline) और जैम्बोसिन (Jambosine) जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये यौगिक शुगर के अवशोषण को धीमा करते हैं। अग्न्याशय (Pancreas) को इंसुलिन के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करते हैं। टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन की प्रभावशीलता को बढ़ाते हैं।
हेल्थलाइन के मुताबिक जामुन के बीजों को धोकर उसे सुखाकर उसका पाउडर बनाकर उसका सेवन पूरे साल किया जाए तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। इसकी गुठली में एलेजिक एसिड नामक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो ब्लड प्रेशर के तेजी से उतार-चढ़ाव को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने बताया जामुन कुछ समय मिलती है लेकिन उसकी गुठली का सेवन आप पूरे साल कर सकते हैं। गर्मी में बॉडी को कूल रखने में जामुन का सेवन जादुई असर करता है, इसका सेवन करके आप इसकी गुठली को भी सुखाकर उसका पाउडर बनाकर खाएं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि जामुन की गुठली का पाउडर बनाकर खाने से बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
ब्लड शुगर कम करने में है मददगार
जामुन की गुठलियों का पाउडर बनाकर अगर रोज खाया जाए तो आसानी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। ये पाउडर ब्लड ग्लूकोज़ को कम करने और पेशाब में ग्लूकोज़ की मात्रा को घटाने में बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद सक्रिय तत्व जैम्बोलिन (Jamboline) और जैम्बोसिन (Jambosine) ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। ये पाउडर ब्लड में शुगर के अवशोषण की गति को धीमा करता हैं और शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाता हैं। वैज्ञानिक रूप से इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह डायबिटीज मरीजों के लिए एक बेहतर विकल्प बनता है।
डिटॉक्सिफाइंग गुण भी हैं इसमें मौजूद
जामुन की गुठली एक नेचुरल डिटॉक्सिफाइंग औषधि है, जो शरीर की सामान्य मूत्र और पसीने की क्रियाओं को बनाए रखने में मदद करती है। जामुन की गुठली का पाउडर बनाकर उसका सेवन करने से बॉडी में जमा सारे टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और ब्लड साफ होता है।
लीवर को हेल्दी रखती है जामुन
जामुन की गुठली के पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स द्वारा होने वाले नुकसान से लीवर की कोशिकाओं की हिफाजत करते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कंट्रोल करते हैं। इसका सेवन करने से लीवर की सूजन कम होती है और लिवर हेल्दी रहता है।
फ्री रेडिकल्स से होता है बचाव
जामुन में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कि फ्लैवोनॉइड्स और फिनॉलिक यौगिक (Phenolic Compounds) मौजूद होते हैं जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और ओवर ऑल हेल्थ को दुरुस्त करते हैं।
यह पत्तियां ही नहीं इनके बीज भी हैं अमृत, कुछ दाने खाने से करते हैं दवा का काम, बॉडी की कमजोरी हो जाएगी दूर और मिलेंगे 4 फायदे, पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।