मखाना (Foxnut) एक हेल्दी और पौष्टिक स्नैक्स है जिसे खासतौर पर व्रत, डायबिटीज और वजन घटाने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। मखाना सूखा, कुरकुरा, और हल्का होता है जिसे भूनकर स्नैक की तरह खाया जाता है। मखाना एक ऐसा सुपरफूड है जिसे रोज़ की डाइट में शामिल किया जाए, तो शरीर को लंबे समय तक हेल्दी और एक्टिव रख सकता है। इसमें ऐसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं। अगर हम 100 ग्राम मखाने की पौष्टिकता की बात करें, तो इसमें लगभग 347 किलो कैलोरी ऊर्जा, 9.7 ग्राम प्रोटीन और 76.9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसके अलावा इसमें लगभग 14.5 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है।
मखाना में वसा की मात्रा बहुत कम यानी सिर्फ 0.1 ग्राम होती है, जिससे यह वजन कम करने वालों के लिए आदर्श स्नैक बनता है। इसके साथ ही मखाना में 60 मि.ग्रा. कैल्शियम, 500 मि.ग्रा. पोटैशियम, 67 मि.ग्रा. मैग्नीशियम, 1.4 मि.ग्रा. आयरन और 200 मि.ग्रा. फॉस्फोरस जैसे जरूरी मिनरल्स भी भरपूर होते है। मखाना में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाकर इम्यूनिटी में सुधार करता हैं। मखाना का सेवन करने से एजिंग की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है। मखाना का नियमित रूप से सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है और बॉडी हेल्दी रहती है।
लेकिन अगर इसे अत्यधिक मात्रा में खाया जाए तो इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट नंदिनी अग्रवाल ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके बताया है कि लोग मोटापा कम करने के लिए और डायबिटीज को नॉर्मल करने के लिए हद से ज्यादा मखाना खाते हैं जो सेहत पर जहर की तरह असर करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मखाना का ज्यादा सेवन करने से सेहत पर कौन-कौन से साइड इफेक्ट होते हैं।
पाचन हो सकता है खराब
अगर आप मखाने को रोज़ाना स्नैक की तरह खाते हैं, खासकर डाइट या ऑफिस ब्रेक के दौरान तो आपके पाचन में दिक्कत हो सकती है। एक्सपर्ट बताती हैं कि मखाना दिखने में भले ही हल्का हो, लेकिन इसमें फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है। जिन लोगों को कब्ज की परेशानी है अगर वो इसे खा लें तो उनकी कब्ज की परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है। कम फाइबर के कारण यह आंतों में गंदगी जमा करता है जिससे गैस, ब्लोटिंग और असहजता महसूस हो सकती है।
वजन घटने की जगह बढ़ सकता है
मखाना वेट लॉस करने वाले लोगों की खास पसंद में शामिल है लेकिन जब वेट लॉस करने का स्नैक्स ही वजन बढ़ाने लगे तो क्या होगा। लो-फैट और क्रिस्पी मखाने का सेवन अगर कंट्रोल नहीं किया जाए और लगातार ज्यादा खाया जाए तो ये वजन को बढ़ा सकता है। एक छोटी कटोरी मखाना खाना नॉर्मल होता है, लेकिन 100 ग्राम मखाना में काफी कैलोरी होती है। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप वजन घटा रहे हैं तो 100 ग्राम तक खाएं, लेकिन इससे ज़्यादा मात्रा नुकसानदायक हो सकती है। एक्सपर्ट ने बताया हेल्दी खाना भी संतुलित मात्रा में खाना ज़रूरी है।
किडनी के मरीजों के लिए है खतरा
मखाना पोटैशियम से भरपूर होता है जो किडनी के मरीजों की परेशानी को बढ़ा सकता है। एक्सपर्ट ने बताया जिन लोगों को किडनी स्टोन,किडनी से जुड़ी बीमारी, खासकर क्रॉनिक किडनी डिजीज है उन्हें मखाना सीमित मात्रा में खाना चाहिए। जिन लोगों को किडनी से जुड़ी परेशानी है वो लो पोटैशियम डाइट का सेवन करें।
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